रामचंद्र प्रसाद सिंह
रामचंद्र प्रसाद सिंह
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पूरा नाम | रामचंद्र प्रसाद सिंह |
जन्म | 6 जुलाई, 1958 |
जन्म भूमि | मुस्तफापुर, ज़िला नालंदा, बिहार |
पति/पत्नी | गिरिजा सिंह |
संतान | दो |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ |
पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
पद | इस्पात मंत्री- 7 जुलाई, 2021 से |
शिक्षा | बीए, इतिहास (ऑनर्स) |
विद्यालय | जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय' (जेएनयू) |
अन्य जानकारी | जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह पिछले 23 साल (1998) से सीएम नितीश कुमार के साथ हैं। वह लम्बे समय तक सीएम नितीश कुमार के प्रधान सचिव के रूप में काम करते रहे। |
अद्यतन | 17:53, 10 जुलाई 2021 (IST)
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रामचंद्र प्रसाद सिंह (अंग्रेज़ी: Ramchandra Prasad Singh, जन्म- 6 जुलाई, 1958) यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी रहे हैं। वर्तमान नरेन्द्र मोदी सरकार में 7 जुलाई, 2021 को हुए मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल के बाद उन्हें 'इस्पात मंत्री' बनाया गया है। आईएएस रहे रामचंद्र प्रसाद सिंह के लिए मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने तक का सफर आसान नहीं रहा। 11 साल पहले प्रशासनिक सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने के बाद उन्होंने काफी सधे कदमों से चलते हुए अपनी जगह सुरक्षित की है। रामचंद्र प्रसाद सिंह कभी केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के निजी सचिव रहे हैं। वह राज्यसभा के सदस्य हैं। उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार का बेहद करीबी माना जाता है।
परिचय
रामचंद्र प्रसाद सिंह ने उच्च शिक्षा की पढ़ाई 'जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय' (जेएनयू) से की है। वह मूल रूप से बिहार के नालंदा जिले के मुस्तफापुर के रहने वाले हैं। उनका जन्म 6 जुलाई, 1958 को हुआ था। नालंदा जिले के हुसैनपुर से हाईस्कूल की पढ़ाई की। पटना साइंस कॉलेज से उन्होंने बीए, इतिहास (ऑनर्स) की डिग्री हासिल की। 1982 में उनकी शादी गिरिजा देवी से हुई और उन्होंने 1984 में यूपीएससी की परीक्षा में कामयाबी पाई। आरसीपी सिंह की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी लिपि सिंह भी 2016 बैच की आइपीएस अधिकारी हैं। वह बिहार में ही तैनात हैं।[1]
राजनीति
जनता दल यू में नितीश के बाद रामचंद्र प्रसाद सिंह को नंबर दो का नेता माना जाता है। पिछले दिनों सीएम नितीश कुमार ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ा तो उत्तराधिकारी के तौर पर रामचंद्र प्रसाद सिंह ही उनकी पसंद थे। बताया जाता है कि जेडीयू की नीतियों को बनाने में भी उनकी अह्म भूमिका रहती है। सीएम नितीश के कई बड़े फैसलों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। रामचंद्र प्रसाद सिंह के साथ एक खास बात यह है भी वह सीएम नितीश कुमार के गृह जिले नालंदा के ही रहने वाले हैं।
लम्बे समय से नितीश के साथ
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह पिछले 23 साल (1998) से सीएम नितीश कुमार के साथ हैं। वह लम्बे समय तक सीएम नितीश कुमार के प्रधान सचिव के रूप में काम करते रहे हैं। रामचंद्र प्रसाद सिंह 1996 में केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के निजी सचिव हुआ करते थे। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में जब नितीश कुमार रेल मंत्री बने तो 1998 में उन्होंने रामचंद्र प्रसाद सिंह को अपना विशेष सचिव बनाया था। तब से वह लगातार नितीश कुमार के साथ रहे। दोनों के बीच विश्वास का सम्बन्ध बनता गया। यह इतना बढ़ा कि जब नितीश कुमार ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ा तो कमान रामचंद्र प्रसाद सिंह को ही सौंप दी।[1]
2010 में वीआरएस
भारतीय प्रशासनिक सेवा के यूपी कैडर के अधिकारी रहे रामचंद्र प्रसाद सिंह ने 2010 में स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली थी। सरकारी सेवा छोड़ने के बाद नितीश कुमार ने उन्हें राज्यसभा में भेज दिया। इस वक्त भी जेडीयू से राज्यसभा के सदस्य हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 यूपी कैडर के IAS रहे आरसीपी सिंह ने कैसे तय किया कैबिनेट की कुर्सी तक का सफर (हिंदी) livehindustan.com। अभिगमन तिथि: 10 जुलाई, 2021।
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