विजय प्राचीन समय में कंबोडिया का एक भाग था। यह प्राचीन भारतीय उपनिवेश 'चंपा' का मध्यवर्ती भाग था।
- 5वीं शती ई. के प्रारंभ में यहाँ चंपा के राजा धर्ममहाराज श्री भद्रवर्मन् का आधिपत्य था।
- विजय नामक नगर में इस राज्य की राजधानी थी।
- श्रीविनय नामक प्रसिद्ध बंदरगााह यहीं पर स्थित था।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 850 |