संक्रम का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत शल्य पर्व के अनुसार ये भगवान विष्णु द्वारा कुमार कार्तिकेय को दिये गये तीन पार्षदों में से एक का नाम था।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 505 |
- ↑ महाभारत शल्य पर्व 45.37
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