संयाति राजा नहुष के छ: पुत्रों में से तीसरे पुत्र थे।[1][2] राजा नहुष छ: प्रियवादी पुत्रों के पिता बने थे, जिनके नाम इस प्रकार हैं-
- यति
- ययाति
- संयाति
- आयाति
- अयाति
- ध्रुव[3]
- यति ने राज्य की इच्छा नहीं की, अत: इनके छोटे भाई ययाति राजा हुए थे।[4]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत आदिपर्व 75.30-31
- ↑
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 507 |
- ↑ कहीं-कहीं ध्रुव के स्थान पर 'कृति' नाम भी मिलता है।
- ↑ विष्णुपुराण 4.10.1-2
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