सत्यजित का उल्लेख पौराणिक महाकाव्य महाभारत के आदि पर्व[1] में हुआ है, जो कि राजा द्रुपद के भाई थे।
- इनको साथ लेकर द्रुपद ने अर्जुन पर धावा बोला था।
- अर्जुन से हारकर, इन्होंने युद्ध भूमि का त्याग किया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |
- ↑ आदि पर्व महाभारत 137.42-46
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