सिपारा
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
इस्लाम की पवित्र पुस्तक क़ुरान शरीफ के 30 भाग हैं और हर एक भाग को सिपारा कहते हैं।[1]
इन्हें भी देखें: अल्लाह, क़ुरआन, अज़ान, रोज़ा एवं मुहम्मद
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 563, परिशिष्ट 'घ' |