हब्बल अंतरिक्ष दूरबीन
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
हब्बल अंतरिक्ष दूरबीन (एच.एस.टी.) को पृथ्वी की कक्षा में 25 अप्रैल, 1990 को प्रक्षेपित किया गया था। एच.एस.टी. एक वेधशाला है, जिसकी परिकल्पना 1940 के दशक में की गयी थी, रूपरेखा और निर्माण 1970 और 1980 के दशकों में हुआ और अन्त में 1990 के दशक में कार्यरत हुआ। यह एक नये प्रकार का अभियान था, क्योंकि इसके लिए एक लम्बे, 15 वर्ष का जीवन काल तय किया गया था।
- हब्बल दूरबीन आज 21 वर्षों से भी अधिक समय से कार्यरत है।
- इस दूरबीन ने खगोलिकी इतिहास में अनेक ऐसे अनुसंधान किए हैं, जिन्होंने कहीं-कहीं खगोलिकी के पुन: लेखन की ज़रूरत पर बल दिया है।
- ब्रह्माण्ड की उम्र का पता इसी दूरबीन से किया जा सका तथा 1994 में बृहस्पति और पुच्छल तारे 'शूमेकर लेवी-9' के बीच हुए टकराव का चित्रण भी किया जा सका।
- हब्बल दूरबीन प्रथम दूरबीन है, जिसकी पाँच बार अंतरिक्ष में मरम्मत की जा चुकी है।
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