हविष्मती का उल्लेख पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत वन पर्व के अनुसार ये महर्षि अंगिरा की पाँचवीं कन्या का नाम है, जिसकी संनिधि में हविष्य से देवताओं का यजन किया जाता है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 550 |
- ↑ महाभारत वन पर्व 218.6