हविष्मान का उल्लेख पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत सभा पर्व के अनुसार यह एक प्राचीन महर्षि का नाम है, जो इन्द्र की सभा में रहकर इन्द्र की उपासना करते थे।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 550 |
- ↑ महाभारत सभा पर्व 7.13
संबंधित लेख
|