हीक का उल्लेख पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत कर्ण पर्व के अनुसार ये विपाशा नदी में रहने वाला एक राक्षस था, जो बहि नाम के निशाचर का साथी था। इन्हीं दोनों की संताने बाहीक कहलाती हैं।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 552 |
- ↑ महाभारत कर्ण पर्व 44.41-42
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