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सार्क की स्‍थापना 8 दिसम्बर 1985 को हुई थी, इसका पूरा नाम दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन अंग्रेजी (South AsianAssociation for Regional Cooperation) होता है। यह एक दक्षिण एशिया के आठ देशों का आर्थिक और राजनीतिक संगठन (economic and political organization) है, जिसमें भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, मालदीव, पाकिस्तान, श्रीलंका और अफ़गानिस्तान जैसे country के सहयोग (collaboration) से किया गया था, जिसमें अफ़गानिस्तान को 13 नवम्बर 2005 में 14 वें शिखर सम्मेलन में अथवा सदस्य बनाया गया।

गठन

सन्‌ 1970 में बांग्लादेश के राष्ट्रपति जियाउर रहमान (President Ziaur Rahman) ने दक्षिण एशियाई देशों (South Asian countries) का एक व्यापार गुट (Trade bloc) का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव को 1981 में स्वीकृत किया गया और 1983 अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (International conference) में विदेश मत्रियों के द्वारा इसे अपनाया गया, और इसके उपरांत 1985 में 7 देशों के सहयोग से सार्क का गठन किया गया। लम्बे अवधि के उपरांत सातों देशो के सहमती से अफ़गानिस्तान को 13th of November 2005 में include किया गया। सार्क का मुख्य उदेश्य मानव संसाधन, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और कृषि के क्षेत्र का विकास करना है और साथ ही जनसंख्या और स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दों, और परिवहन सुविधाओं के सुधार का समाधान करना है।

सार्क दक्षिण एशियाई देश तक की सीमित है और आज कुल आठ देशों का सदस्य हो गया है, इसके अलावा कुछ अन्य देशो जैसे म्यांमार, जापान, ऑस्ट्रेलिया, चीन, दक्षिण कोरिया, ईरान, संयुक्त राज्य, मॉरीशस और यूरोपीय संघ को सार्क के status of observers का भार दिया गया है। हाल ही में रूस और तुर्की ने भी सार्क के पर्यवेक्षकों के लिए की स्थिति किया है लागू होते हैं।

उद्देश्य

  • सार्क का मुख्य उद्देश्य South Asian देश के लोग कल्याण के साथ-साथ लोगों के जीवन व्यापन के गुणवत्ता में सुधार लाना है।
  • सार्क का उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति (Economic Development, social progress) और Cultural development जैसे क्षेत्र में तेजी लाना और सभी व्यक्तियों को Self respect के साथ उन्हें रहने और उन्हें अपनी क्षमता का एहसास दिला कर उन्हें अवसर प्रदान करना है।
  • South Asian के देशों के बीच Collective Self- reliance को बढ़ावा देने और उन्हें मजबूती प्रदान करना।
  • सार्क का उद्देश्य की South Asian के लोगों में आपसी विश्वास को बढ़ाना और एक दूसरे के समस्याओं को solve करने के लिए बढ़ावा प्रदान करना।
  • आर्थिक, सांस्कृतिक, तकनीकी, नस्लीय और वैज्ञानिक (Economic, Cultural, Technical, Social) और (Scientist) जैसे क्षेत्रों में सक्रिय सहयोग और आपसी सहयोग को बढ़ावा देना है।
  • सार्क का उद्देश्य यह भी है की वह अन्य developing countries के साथ मिला कर उन्हें सहयोग प्रदान करना है।
  • सार्क का लक्ष्य (aim) है की वह आपस में मिल कर हित के मामलों पर International Forums को मजबूत करने में मदद करे।
  • सार्क का aim यह भी है की वह समान लक्ष्य और उद्देश्य के साथ International Forums और Regional Organizations के साथ मिल कर मदद करे।[1]

18वां शिखर सम्मेलन

आठ राष्ट्र, सपंदनशील और उभरते हुए प्रजातंत्र, प्रगतिशील अर्थव्यवस्थाएं लगभग 1.7 बिलियन जनसंख्या तथा दुनिया के बड़े धर्मों की भूमि दक्षिण एशिया में वह सब कुछ उपस्थित है जो इसे वैश्विक परिदृश्य पर अपनी पहचान बनाने वाली एक क्षेत्रीय ताकत बनाने के लिए चाहिए। अपनी स्थापना के 29 वर्ष बाद और 30वीं वर्षगांठ से पहले सार्क के लिए अब समय आ गया है कि बड़ी-बड़ी घोषणाओं और ठोस कार्रवाई के बीच के अंतर को पाटा जाए। निराशावादियों द्वारा सार्क को अनुचित रूप से सिर्फ वार्ता करने वाला मंच और काम न करने वाला समूह बताया गया है। यह आलोचना सही नहीं है, संगठन ने क्षेत्रीय सहयोग संरचना को मजबूत करने के लिए एक दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय, संकटकाल में राष्ट्रीय प्रयासों को संपूरित करने के लिए सार्क विकास निधि, एक सार्क खाद्य बैंक और संकट तथा प्राकृतिक आपदाओं के समय एक-दूसरे की सहायता करने हेतु सार्क आपदा प्रबंधन केंद्र की स्थापना करने जैसे- कुछ महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं। ये सभी सराहनीय कदम हैं, और उज्ज्वल भविष्य का संकेत हैं।

  • दो-दिवसीय 18वां सार्क शिखर सम्मेलन नेपाल की राजधानी काठमांडू में 26-27 नवंबर, 2014 के मध्य संपन्न हुआ। सार्क के काठमांडू शिखर सम्मेलन का केंद्रीय विषय (Theme) था- ‘‘शांति और समृद्धि के लिए बेहतर एकता’’ (Deeper Integration for Peace and Prosperity)।

क्षेत्रीय केंद्र

  • सार्क कृषि केंद्र (SAC)-ढाका (बांग्लादेश)
  • सार्क तपेदिक केंद्र (STC)-काठमाण्डू (नेपाल)
  • सार्क प्रलेख केन्द्र (SDC)-नई दिल्ली (भारत)
  • सार्क मौसम विज्ञान अनुसंधान केन्द्र (SMRC)-ढाका (बांग्लादेश)
  • सार्क मानव संसाधन विकास केन्द्र (SHRDC)-इस्लामाबाद (पाकिस्तान)
  • सार्क ऊर्जा केन्द्र (SEC)-इस्लामाबाद (पाकिस्तान)
  • सार्क सांस्कृतिक केन्द्र (SCC)-कैंडी (श्रीलंका) (प्रक्रियाधीन)
  • सार्क सूचना केन्द्र (SIC)-नेपाल
  • सार्क कोस्टल जोन मैनेजमेन्ट सेन्टर (SCZMC)-मालदीव
  • सार्क डिजास्टर मैनेजमेन्ट सेन्टर-भारत
  • सार्क फारेस्ट्री सेन्टर, भूटान (प्रक्रियाधीन)
  • सार्क सांस्कृतिक केन्द्र (SCC)- (प्रक्रियाधीन) श्रीलंका
  • दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय-नई दिल्ली[2]

महत्त्वपूर्ण जानकारी

  • इसका मुख्‍यालय काठमांडू में है।
  • सार्क के सदस्‍य भारत (India), पाकिस्‍तान (Pakistan), बांग्‍लादेश (Bangladesh), नेपाल (Nepal), भूटान (Bhutan), श्रीलंका (Sri Lanka), मालदीव (Maldives) एवं अफगानिस्‍तान (Afghanistan) हैंं।
  • सार्क दिवस प्रत्‍येक वर्ष 8 दिसम्‍बर को मनाया जाता है।
  • वर्ष 2007 से पहलेे साार्क के सात सदस्‍य थे।
  • अप्रैल 2007 में संघ के 14 वें शिखर सम्मेलन में अफ़ग़ानिस्तान इसका आठवा सदस्य बन गया था।
  • संगठन का संचालन सदस्य देशों के मंत्रिपरिषद द्वारा नियुक्त महासचिव करते हैं, जिसकी नियुक्ति तीन साल के लिए देशों के वर्णमाला क्रम के अनुसार की जाती है।
  • दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग पर इस घोषणा को 1983 में नई दिल्ली में विदेश मंत्रियों द्वारा अपनाया गया था।[3]


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शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. सार्क (हिंदी) hindiremedy। अभिगमन तिथि: 25 जनवरी, 2017।
  2. घटना चक्र (हिंदी) ssgcp। अभिगमन तिथि: 25 जनवरी, 2017।
  3. सब-कुछ (हिंदी) learnsabkuch। अभिगमन तिथि: 25 जनवरी, 2017।

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