अस्त:

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अस्तः (पुल्लिंग) [अस्यन्ते सूर्यकिरणा यत्र-अस्+आधारे क्त]

1.अस्ताचल या पश्चिमाचल (जिसके जिसके पीछे सूर्य डूबता हुआ माना जाता है)-अधिरोदुमस्त- गिरमभ्यपतत्[1]; विडम्बयत्यस्तनिमग्न-सूर्यम्[2]

2. सूर्य का डूबना

3. डूबना, (आलंकारिक) गिरना, पतन-दे. नीचे, अस्तं गम्,-या, इ, प्राच्

(क) डूबना, पश्चिमी क्षितिज में गिरना, गतोऽस्तमर्कः-सूर्य डूब गया
(ख) रुकना, नष्ट होना, दूर हटाना, अंतर्धान होना, समाप्त होना-विषयिणः कस्यापदोऽस्तं गताः[3]; धृतिरस्तमिता[4];
(ग) मरना-अथ चास्तमिता त्वमात्मना[5]


समस्त पद-अचलः,-अद्रिः,-गिरिः (पुल्लिंग)-पर्वतः (पुल्लिंग) अस्ताचल पहाड़ या पश्चिमी पहाड़,-अवलम्बनम् (नपुंसक लिंग) क्षितिज के पश्चिमी भाग पर आकाशस्थित, सूर्य चन्द्रादिक का डूबते समय आराम करना-उदयौ (द्वि.व.) डूबना और निकलना, उदय और पतन, अस्तोदयावदिशदप्र-विभिन्नकालम्[6],-ग (विशेषण) डूबने वाला, तारे की भांति अदृश्य हो जाने वाला,-गमनम् (नपुंसक लिंग) 1. डूबना, छिपना 2. मृत्यु, जीवन के सूर्य-प्रदीप का बुझना।[7]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. -शि. 9/1
  2. -रघु. 16/11; श. 4/1
  3. -पंच. 1/146
  4. -रघु. 8/66
  5. -रघु. 8/51, 12/11
  6. -मुद्रा. 3/17
  7. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 142 |

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