आचार्य भूतबलि (अंग्रेज़ी: Acharya Bhutabali) दिगम्बर जैन आचार्य थे। इन्होंने प्रसिद्ध जैन ग्रंथ 'षट्खण्डागम' की रचना की थी। इनका समय प्रथम शताब्दी माना जाता है।
- आचार्य पुष्पदंत ने 'वीसदि सूत्रों' की रचना की थी। अपनी अल्प आयु शेष जानकर उन्होंने अपने शिष्य पालित को आचार्य भूतबलि के पास भेजा। भूतबलि ने फिर सिद्धान्त ग्रन्थ 'षट्खण्डागम' की रचना पूर्ण की।
- जिस दिन ग्रन्थ पूर्ण हुआ था, वह दिन 'श्रुत पंचमी' के नाम से प्रसिद्ध हुआ। आज भी यह दिन जैन बन्धुओं द्वारा पर्व रूप में मनाया जाता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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