अमीटर (अंग्रेज़ी: Ammeter) एक वैज्ञानिक उपकरण है। इसका उपयोग विद्युत धारा को एम्पियर में मापने के लिए किया जाता है। बहुत कम मात्रा वाली धाराओं को मापने के लिये प्रयुक्त युक्तियों को मिलिअमीटर या माइक्रोअमीटर कहते हैं। धारामापी (गैल्वेनोमीटर) को अमीटर में बदलने के लिये उसके कुण्डली के समान्तर क्रम में एक छोटा प्रतिरोध डाला जाता है।
मुख्य बातें
- जिस शाखा में बहने वाली धारा मापनी हो, उस शाखा को तोड़कर उसके श्रेणीक्रम (सीरीज) में अमीटर लगाया जाता है।
- इसका प्रतिरोध न्यूनतम (आदर्श रूप में शून्य) होना चाहिये।
- धारामापी (गैल्वानोमीटर) को अमीटर में बदलने के लिये उसके कुण्डली के समान्तर क्रम में एक छोटा प्रतिरोध (या शन्ट) डाला जाता है।
- किसी अमीटर की परास (रेंज) बढ़ानी हो तो भी उसके समानतर क्रम में शन्ट लगाया जाता है।
- आजकल आंकिक (डिजिटल) एमीटर प्रचलित हो गये हैं।
- अमीटर के श्रेणीक्रम में प्रतिरोध जोड़ कर इससे विभवानतर माप सकते हैं।
प्रकार
- चल कुण्डल ऐमीटर (Moving-coil ammeters)
- विद्युत् गतिकीय ऐमीटर (Electrodynamic ammeters)
- चल लोह ऐमीटर (Moving-iron ammeters)
- तप्त-तार ऐमीटर (Hot-wire ammeters)
- आंकिक ऐमीटर (Digital ammeters)
- समाकलनी ऐमीटर (Integrating ammeters)
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