ऐतिहासिक साक्ष्यों के आधार पर यह प्रमाण मिलता है कि 'अहार' के तोमर सरदार परमाल ने बुलन्दशहर को बसाया था। पहले यह स्थान 'वनछटी' कहलाता था। कालांतर में नागों के राज्यकाल में इसका नाम 'अहिवरण' भी रहा। पीछे इस नगर को 'ऊँचनगर' कहा जाने लगा, क्योंकि यह एक ऊँचे टीले पर बसा था।
{{#icon: Redirect-01.gif|ध्यान दें}} अधिक जानकारी के लिए देखें:- बुलन्दशहर
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 104| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार