कतृपुर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गुप्त सम्राट समुद्रगुप्त की प्रयाग प्रशस्ति में इस स्थान का गुप्त साम्राज्य के उत्तर पश्चिमी प्रत्यत या सीमा प्रदेश के रूप में उल्लेख है-
‘समतटडावक कामरूपेनपाल कतृपुरादि प्रत्यतनृपतिभि
मालवाअजुननायन यौधेयमद्रक आभीरप्रार्जुनसनकानिपकाककरपरिक।’
कतृपुर का अभिज्ञान हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा घाटी किया गया है। कुछ विद्वानों का मत है कि कतृपुर में करतारपुर जिला जालंधर पंजाब तथा उत्तर प्रदेश का गढ़वाल और कुमायूं का इलाका कत्यूर भी सम्मिलित रहा होगा। यदि यह अभिज्ञान ठीक है तो करतारपुर और कत्यूर को कतृपुर का ही बिगड़ा हुआ रूप समझना चाहिए।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 145| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार