घोड़े से जुड़े महत्त्वपूर्ण तथ्य
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घोड़े से जुड़े महत्त्वपूर्ण तथ्य
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जगत | जीव-जंतु |
संघ | कॉर्डेटा (Chordata) |
वर्ग | मेमेलिया (Mammalia) |
गण | अर्टिओडाक्टायला (Artiodactyla) |
कुल | ईक्यूडी (Equidae) |
जाति | ईक्वस (Equus) |
प्रजाति | ई. फेरस (E. ferus) |
द्विपद नाम | ईक्वस फेरस (Equus ferus) |
विशेष | विवाहोत्सव और धार्मिक जलूसों में सजे-धजे घोड़ों को देखकर उत्साह का संचार हो जाता है। गुरु गोविन्द सिंह जयंती, महाराणा प्रताप जयंती और रामनवमी के शुभ अवसर पर सुसज्जित अश्व भारतीय जनमानस में प्राचीन गौरव को जागृत कर वीरत्व को उत्पन्न करते हैं। |
अन्य जानकारी | हाथी और ऊँट की भांति घोड़ा भी उपयोगी पशु है। संस्कृत में इसे 'अश्व' और अंग्रेज़ी में 'हॉर्स' (Horse) कहा जाता है। घोड़ा मनुष्य से संबंधित संसार का सबसे प्राचीन पालतू स्तनपोषी प्राणी है, जिसने अज्ञात काल से मनुष्य की किसी न किसी रूप में सेवा की है। |
घोड़े से जुड़े कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य निम्नलिखित हैं[1]-
- अंग्रेज़ी में नर घोड़े को ‘Stallion’ और मादा घोड़ी को ‘Mare’ कहते हैं। युवा घोड़े को ‘Colt’ और युवा घोड़ी को ‘Filly’ कहा जाता है, जबकि छोटे घोड़े को ‘Ponies’ कहते हैं।
- घोड़ों की लगभग 300 से ज्यादा नस्लें हैं। अरबी नस्ल को घोड़ों की सबसे पुरानी जीवित नस्ल माना जाता है, लगभग 4500 साल पुरानी। दूसरे घोड़ों की बजाय अरबी घोड़ों की पसली में एक हड्डी कम होती है।
- कई फुटेज में घोड़ों को मुस्कुराते हुए देखा गया है। दरअसल, ऐसा करने से घोड़ों की सूँघने की शक्ति बढ़ जाती है। घोड़े भी इंसानों की तरह अपना मूड़ बताने के लिए तरह-तरह के चेहरे बनाते हैं।
- इंसानी नाखूनों की तरह घोड़ों के खुर भी संवेदनशील होते हैं। जब घोड़ा दौड़ता है तो उसके चारों खुर एक साथ जमीन से उठते हैं।
- यदि घोड़े के कान का पिछला हिस्सा ठंडा लग रहा है तो समझ लेना चाहिए कि घोड़े को ठंड लग रही है।
- घोड़ों पर लिखी हुई पहली पुस्तक ‘शालिहोत्रसंहिता‘ है। ये पुस्तक शालिहोत्र ऋषि के द्वारा महाभारत काल से भी पहले लिखी गई थी।
- घोड़ों के लिए उल्टी करना असंभव है। ये इंसानों की तरह डकार भी नहीं मार सकते। इसलिए घोड़ों की मौत का सबसे बड़ा कारण पेट का दर्द है।
- घोड़े खड़े-खड़े सो सकते हैं, क्योंकि उनके अगले और पिछले पैर की बनावट इस तरह होती है कि वह आराम करते हुए भी नहीं गिरेंगे। सोते तो ये लेट कर भी हैं, लेकिन लेट कर सोने से उनके पेट के अंगों पर दबाव पड़ता है जो उनके लिए हानिकारक है।
- घोड़े के दाँत बहुत बड़े होते हैं। दाँत उसके दिमाग के मुकाबले ज्यादा जगह घेरते हैं। घोड़े की उम्र और उसके कंकाल की पहचान (घोड़ा है या घोड़ी) उसके दाँतों को गिनकर ही पता लगती है। घोड़े के दिमाग का वजन लगभग 623 ग्राम होता है, जो इंसानों के दिमाग का लगभग आधा है।
- घोड़े की आँखें सिर पर इस तरह से होती हैं कि वह 360° तक देख सकता है। इनकी आँखों का ऊपरी हिस्सा नजदीक की वस्तुएँ और निचला हिस्सा दूर की वस्तुएँ देखता है। लेकिन एक बात ये भी है कि घोड़े इंसानों की तरह फोकस नहीं कर सकते।
- वैसे तो घोड़ों की गति 40 से 48 कि.मी./घण्टा होती है, लेकिन सबसे तेज घोड़े की गति 70.76 कि.मी./घण्टा मापी गई है। अमेरिकन क्वार्टर नस्ल का घोड़ा सबसे तेज दौड़ता है।
- प्रथम विश्वयुद्ध में 8 करोड़ घोड़े मारे गए थे, जो बच गए उन्हें किसी और कार्य के लिए अयोग्य घोषित करके बेल्जियम में कसाई घर भेज दिया गया था।
- एक घोड़ा ज्यादा से ज्यादा 14.9 अश्व शक्ति ऊर्जा का उत्पादन कर सकता है।
- घोड़े के कान में 16 माँस पेशियाँ होती हैं, जो उन्हें 180° तक घूमने में मदद करती है। घोड़े बहुत कम से बहुत ज्यादा आवाज तक सुन सकते हैं। 14 हर्ट्ज से लेकर 25 हर्ट्ज तक।
- घोड़े केवल नाक से साँस लेते हैं, मुँह से नहीं। इसलिए रेस की प्रैक्टिस करते समय हमें अक्सर कहा जाता है कि घोड़े की तरह मुहँ बंद करके साँस लो।
- फुट और इंच में मापने की बजाय घोड़े की लंबाई को हाथों में मापा जाता है। एक हाथ 4 इंच के बराबर होता है। सबसे ऊँचा घोड़ा ‘सैम्पसन‘ था, जिसकी लंबाई 21.2 हाथ के बराबर थी। सबसे छोटा घोड़ा ‘आइंस्टीन‘ था, जो केवल 3.5 हाथ के बराबर था।
- अगर ऊँची कूद के कीर्तिमान पर नजर डाली जाए तो 5 फ़रवरी, सन 1948 को चिली में ‘हाऊसो‘ नाम का घोड़ा 8 फुट 1.25 इंच ऊपर कूदा था। इसके घुड़सवार का नाम था केप्टन अल्बर्टो।
- घोड़े की उम्र लगभग 25 साल होती है, लेकिन अगर रिकाॅर्ड की बात की जाए तो 1822 में ‘ओल्ड बिली’ नाम का घरेलू घोड़ा 62 साल का होकर मरा था।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ घोड़ो के बारे में 25 ग़ज़ब तथ्य (हिंदी) gazabhindi.com। अभिगमन तिथि: 11 जनवरी, 2018।
बाहरी कड़ियाँ
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