जानमाज़ का इस्लाम धर्म में बड़ा ही महत्त्व है। यह नमाज़ पढ़ने का एक आसन विशेष है।[1]
- वह पतला कालीन या आसन जिस पर मुस्लिम लोग नमाज़ पढ़ते हैं, जानमाज़ कहा जाता है।
इन्हें भी देखें: अल्लाह, क़ुरआन, अज़ान, रोज़ा एवं मुहम्मद
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 562, परिशिष्ट 'घ' |