जालंधर
जालंधर शहर मध्य पंजाब राज्य, पश्चिमोत्तर भारत में स्थित है। जालंधर सातवीं शताब्दी में एक राजपूत राज्य की राजधानी था। वर्तमान में यह पंजाब का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। यह एक महत्त्वपूर्ण जंक्शन है। जालंधर पंजाब का सबसे पुराना शहर है। जालंधर वह जगह है जिसने देश को कई वीर योद्धा दिए है।
इतिहास
जालंधर ज़िले का नाम राक्षस के नाम पर रखा गया है, जिसका उल्लेख पुराण और महाभारत में भी हुआ है। जबकि कुछ का मानना है कि यह जगह राम के पुत्र लव की राजधानी थी। वही कुछ मानते हैं कि जालंधर का अर्थ पानी के अंदर होता है तथा यहाँ पर सतलुज और बीस नदियों का संगम होता है इसलिए इस जगह का नाम जालंधर रखा गया। जालंधर को त्रिरत्ता के नाम से भी जाना जाता है। महमूद ग़ज़नवी ने जालंधर को लूटा था तथा मुग़ल काल में जालंधर व्यास एवं सतलुज के मध्य बसा प्रमुख प्रशासनिक नगर था। जालंधर से 19 किलोमीटर दूर स्थित कपूरथला भी एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक नगर है।
उद्योग
जालंधर की महत्त्वपूर्ण औद्योगिक गतिविधियों में खेल सामग्री उद्योग, बसों के ढाँचे बनाना, परिवहन उपकरणों का उत्पादन और कृषि पर आधारित उत्पाद शामिल हैं।
शिक्षा
जालंधर एक प्रमुख शिक्षा केंद्र है, जहाँ बड़ी संख्या में महाविद्यालय है जिसमें गुरु नानक देव विश्वविद्यालय का क्षेत्रीय केन्द्र, एक क्षेत्रीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय और पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी मुख्य हैं। दक्षिण की ओर शहर से जुड़ी हुई जालंधर छावनी है।
उद्योग
जालंधर एक बड़ा औद्योगिक शहर है। यहाँ चमड़े और खेल की वस्तुओं का अधिक उत्पादन होता है। जिस कारण यह सम्पूर्ण विश्व में विख्यात है।
परिवहन
- हवाई अड्डा
जालंधर का सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा राजासंसी है। अमृतसर से जालंधर की दूरी 90 किलोमीटर है। इसके अलावा रोजाना दिल्ली से अमृतसर और चंडीगढ़ से दिल्ली के लिए उड़ान भरी जाती है।
- रेल मार्ग
जालंधर के लिए रेलवे सेवा कुछ प्रमुख शहरों से जुड़ी हुई है।
- सड़क मार्ग
देश के कई प्रमुख शहरों से जालंधर के लिए बसें चलती है।
पर्यटन
जालंधर में ऐसे कई मंदिर, गुरुद्वारे, क़िले और संग्रहालय है जहाँ घूमा जा सकता है। जलाऊखाना एवं विला ब्यूना विस्टा यहाँ स्थित प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल हैं। यह शहर पर्यटन के लिए एक महत्त्वपूर्ण शहर है।
जनसंख्या
2001 की जनगणना के अनुसार जालंधर शहर की कुल जनसंख्या 7,01223 व छावनी क्षेत्र की कुल जनसंख्या 40,521 है।
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