जोसिप ब्रौज़ टीटो
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पूरा नाम | जोसिप ब्रौज़ टीटो |
जन्म | 7 मई, 1892 |
मृत्यु | 4 मई, 1980 |
प्रसिद्धि | यूगोस्लाविया के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ |
कार्य काल | राष्ट्रपति- 1953 से 1980, |
अन्य जानकारी | वर्ष 1974 में जोसिप ब्रौज़ टीटो को भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया गया था। |
अद्यतन | 06:07 11 मई 2017 (IST)
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जोसिप ब्रौज़ टीटो (अंग्रेज़ी: Josip Broz Tito; जन्म- 7 मई, 1892; मृत्यु- 4 मई, 1980) युगोस्लाव क्रांतिकारी और राजनेता थे। ये यूगोस्लाविया कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव थे। जोसिप ब्रौज़ टीटो ने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के पद पर कार्य किया है।
परिचय
जोसिप ब्रौज़ टीटो का जन्म 7 मई, 1892 को हुआ था। ये युगोस्लाव सेना, युगोस्लाव पीपुल्स सेना (JNA) के सर्वोच्च कमांडर के रूप में मार्शल ऑफ युगोस्लाविया के पद पर आसीन रहे। जोसिप ब्रौज़ टीटो ने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के पद पर कार्य किया है। यह एक युगोस्लाव क्रांतिकारी और राजनेता थे। जोसिप ब्रौज़ टीटो यूगोस्लाविया में कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव थे, जिन्होंने द्वितीय विश्वयुद्घ के दौरान युगोस्लाव प्रतिरोध आंदोलन का सन 1941 से 1945 तक नेतृत्त्व किया। युद्ध के बाद वे समाजवादी संघीय गणराज्य युगोस्लाविया (SFRY) के प्रधानमंत्री सन 1944 से 1963 तक और बाद में 1953 से 1980 तक राष्ट्रपति रहे।
गुट निरपेक्ष आंदोलन
जोसिप ब्रौज़ टीटो "दूसरे यूगोस्लाविया" के रूप में द्वितीय विश्व युद्ध से लेकर 1991 तक समाजवादी महासंघ के मुख्य वास्तुकार थे। कोमिन्फोर्म के संस्थापकों में से एक होने के बावजूद वे सोवियत आधिपत्य की उपेक्षा करने वाले पहले और इकलौते कोमिन्फोर्म सदस्य थे। समाजवाद के स्वतंत्र राह के पैरोकार होने के साथ-साथ वे गुट निरपेक्ष आंदोलन के मुख्य संस्थापक और प्रथम महासचिव थे। इस तरह से उन्होंने शीतयुद्ध के दौरान दो विरोधी ब्लॉक के बीच गुट निरपेक्ष की नीति का समर्थन किया।
भारत में आंमत्रित
वर्ष 1974 में जोसिप ब्रौज़ टीटो को भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया गया था।
निधन
जोसिप ब्रौज़ टीटो का निधन 4 मई, 1980 को हुआ था।
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