टी. वी. सुन्दरम अयंगर
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पूरा नाम | थ्रिस्सुर वेंगाराम सुन्दरम अयंगर |
जन्म | 22 मार्च, 1877 |
जन्म भूमि | थिरुक्कुरुन्गुदी, ज़िला थिरुनेल्वेली, तमिलनाडु |
मृत्यु | 28 अप्रॅल, 1955 |
मृत्यु स्थान | कोडईकनाल, तमिलनाडु |
संतान | पांच पुत्र और तीन पुत्रियाँ |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | ऑटोमोबाइल |
प्रसिद्धि | उद्योगपति |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | टी. वी. सुन्दरम अयंगर ने 1911 में ‘टी वी सुन्दरम अयंगर एंड संस’ नामक एक बस कंपनी की स्थापना की, जो आगे चलकर ऑटोमोबाइल निर्माण के क्षेत्र में विकसित हुई। |
थ्रिस्सुर वेंगाराम सुन्दरम अयंगर (अंग्रेज़ी: Thrissur Vengaram Sundram Iyengar, जन्म- 22 मार्च, 1877; मृत्यु- 28 अप्रॅल, 1955) भारतीय उद्योगपति और ऑटोमोबाइल क्षेत्र के अग्रणी उद्यमी थे। 1930 के दशक में जब मोटर की सवारी करना एक दुर्लभ सपना था, टी. वी. सुन्दरम अयंगर ने मदुरै के ग्रामीण क्षेत्र में बस सेवा शुरू की। उन्होंने वर्ष 1911 में ‘टी वी सुन्दरम अयंगर एंड संस’ नामक एक बस कंपनी की स्थापना की, जो आगे चलकर ऑटोमोबाइल निर्माण के क्षेत्र में विकसित हुई। यह समूह आगे जाकर ‘टीवीएस ग्रुप’ बन गया। आज ‘टीवीएस ग्रुप’ भारत के बड़े व्यापारिक और औद्योगिक घरानों में से एक है।
टी. वी. सुन्दरम अयंगर के लिए व्यापार केवल एक जुनून नहीं था, बल्कि आम आदमी के लिए एक सेवा का माध्यम भी था। एक सामान्य वकील के तौर पर अपने कॅरियर की शुरुआत करने वाले टी. वी. सुन्दरम अयंगर अपने समय के सफल उद्योगपतियों में से एक थे। अपने क्षेत्र में पहली बस सेवा प्रारम्भ कर उन्होंने मद्रास प्रेसीडेंसी में ‘सड़क परिवहन उद्योग’ की नींव रखी। टी. वी. सुन्दरम अयंगर एक विचारक और गांधीवादी दर्शन के कड़े अनुयायी भी थे। जिस टीवीएस समूह की स्थापना उन्होंने की थी, वह आज मोटर उद्योग से लेकर वित्तीय सेवाएं प्रदान करने वाला एक बड़ा ग्रुप बन गया है।[1]
परिचय
टी. वी. सुन्दरम अयंगर का जन्म तमिलनाडु (भूतपूर्व मद्रास प्रेसीडेंसी) के थिरुनेल्वेली जिले में थिरुक्कुरुन्गुदी में 22 मार्च सन 1877 में हुआ था। अपने पिता के इच्छानुसार उन्होंने अपने कॅरियर का प्रारंभ एक वकील के तौर पर किया और बाद में भारतीय रेलवे और उसके बाद एक बैंक में काम करने लग गए। इसके पश्चात नौकरी छोड़कर उन्होंने अपना व्यवसाय प्रारंभ कर दिया।
पारिवारिक जीवन
टी. वी. सुन्दरम अयंगर के पांच पुत्र और तीन पुत्रियाँ थीं। पुरुष प्रधान तमिल ब्राह्मण परिवार के रीतियों के अनुसार उनके परिवार के सभी पुरुष सदस्य पारिवारिक व्यवसाय में शामिल हो गए। उनके एक पुत्र की असमय मृत्यु के बाद उनके चारों बेटे व्यवसाय का अभिन्न अंग बन गए। उनके सबसे छोटे बेटे टी.एस. संथानम, ‘सुंदरम फाइनेंस’ के संस्थापक हैं और उन्हें भारत में ‘ट्रक वित्त उद्योग के जनक’ के रूप में माना जाता है।
कॅरियर
टी. वी. सुन्दरम अयंगर के दिल में व्यवसाय के लिए एक जुनून था, जिसके कारण उन्होंने नौकरी छोड़कर सन 1911 में मोटर परिवहन उद्योग में कदम रखा। उन्होंने ‘टी वी सुन्दरम अयंगर एंड संस’ की स्थापना की और मदुरै शहर में बस सेवा प्रारम्भ की। यही कंपनी आगे जाकर ‘टीवीएस ग्रुप’ के रूप में विकसित हुआ। जब द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मद्रास प्रेसीडेंसी में पेट्रोल की भरी कमी हुई, तब उन्होंने मांग आपूर्ति के लिए टीवीएस गैस प्लांट शुरू किया। उन्होंने ‘मद्रास ऑटो सर्विस लिमिटेड’ और ‘सुंदरम मोटर्स लिमिटेड’ के अलावा रबर रिट्रेडिंग के कारखानों को भी शुरू किया। 1950 के दशक में ‘मद्रास ऑटो सर्विस लिमिटेड’ जनरल मोटर्स का सबसे बड़ा वितरक बन गया। इस प्रकार एक आदमी के जुनून के रूप में शुरू हुआ व्यापार, एक समृद्ध पारिवारिक कारोबार में विकसित होने लगा।
आज ‘टीवीएस ग्रुप’ का व्यवसाय विभिन्न क्षेत्रों जैसे मोटर वाहन घटक विनिर्माण, मोटर वाहन डीलरशिप, इलेक्ट्रॉनिक्स घटक और वित्तीय सेवाओं का प्रदाता है और 40000 से ज्यादा लोगों को रोजगार प्रदान करता है। ग्रुप का कारोबार आईटी सेवाओं और कंसल्टेंसी के क्षेत्र में भी फैला है। टीवीएस ग्रुप का टर्नओवर लगभग 100 करोड़ अमेरिकी डॉलर है।[1]
कला संरक्षक और विचारक
एक उद्योगपति के अलावा टी. वी. सुन्दरम अयंगर कला के संरक्षक और विचारक भी थे। वे एक गांधीवादी थे और गांधीजी ही के कहने पर अपनी किशोर विधवा बेटी (टी. एस. सौन्दरम) का पुनर्विवाह कराया। टी. एस. सौन्दरम आगे जाकर राष्ट्रीय आन्दोलन में शामिल हुईं। उनके सम्मान में भारत सरकार ने एक डाक टिकट भी जारी किया। उस समय के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और भारत के गवर्नर जनरल रहे सी. राजगोपालाचारी ने टी. वी. सुन्दरम अयंगर की इस बात के लिए भूरि-भूरि प्रशंसा की कि उन्होंने ठीक समय पर कारोबार से अवकाश लेकर उसकी बागडोर अपने बेटों के हाथों में सौंप दी।
योगदान
टी. वी. सुन्दरम अयंगर ने दक्षिण भारत में मोटर परिवहन उद्योग की नींव रखी। उन्हें मदुरै की पहली बस सेवा शुरू करने का श्रेय दिया जाता है। जब द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान लोगों को पेट्रोल की कमी का सामना करना पड़ा, तब उन्होंने टीवीएस गैस प्लांट शुरू कर इस समस्या का समाधान किया। टीवीएस समूह के अंतर्गत आने वाले कंपनियों में से कुछ इस प्रकार हैं[1]-
- व्हील्स इंडिया
- ब्रेक्स इंडिया
- सुंदरम फास्टनर्स
- टीवीएस इन्फोटेक
- टीवीएस मोटर कंपनी
- जेडएफ इलेक्ट्रॉनिक्स टीवीएस (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड
- सुंदरम फाइनेंस
- टर्बो एनर्जी लिमिटेड
- एक्स्सल्स भारत
- सुंदरम क्लेटन
- लुकास टीवीएस
- सुंदरम मोटर्स
- सुंदरम ब्रेक लाइनिंग्स
- टीवीएस लॉजिस्टिक्स
- टीवीएस सदर्न रोडवेज लिमिटेड
- सुंदरम हाइड्रोलिक्स लिमिटेड
मृत्यु
टी. वी. सुन्दरम अयंगर का निधन कोडाईकनाल स्थित उनके निवास में 28 अप्रैल, 1955 को हुआ। मृत्यु के समय उनकी उम्र 78 साल थी।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 1.2 टी. वी. सुन्दरम अयंगर (हिंदी) itshindi.com। अभिगमन तिथि: 22 अप्रॅल, 2020।
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