डोल मेला ज़िला बाराँ, राजस्थान में आयोजित होता है। यह मेला भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष एकादशी को भरता है। मेले को 'श्री जी का मेला' भी कहते हैं।
- आजादी के बाद से ही इस मेले के स्वरूप में लगातार विस्तार हो रहा है। बुजुर्गों का कहना है कि आजादी से पहले डोल मेला 07 दिवसीय था। अब इसकी अवधि बढ़कर 20 दिन हो गई है।
- मेले में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों और अन्य सुविधाओं का खर्च बढ़कर लाखों में पहुंच गया है।
- खास बात यह है कि शुरुआत में नगरपालिका और अब नगर परिषद ही मेले का आयोजन करती है।
- नगर परिषद सहित प्रशासन की ओर से मेले की व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद रखा जाता है।
- मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम समेत कवि सम्मेलन के राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम आयोजित होते हैं।
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