दैया री मोहे भिजोया री शाह निजाम के रंग में। कपरे रंगने से कुछ न होवत है या रंग में मैंने तन को डुबोया री पिया रंग मैंने तन को डुबोया जाहि के रंग से शोख रंग सनगी खूब ही मल मल के धोया री। पीर निजाम के रंग में भिजोया री।