बगलामुखी मंदिर | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- बगलामुखी मंदिर |
बगलामुखी मंदिर मध्य प्रदेश के दतिया में स्थित है। यह देश के लोकप्रिय शक्तिपीठों में से एक है। दतिया का यह मंदिर 'पीताम्बरा पीठ' के नाम से प्रसिद्ध है। स्थानील लोगों की मान्यता है कि मुकदमे आदि के सिलसिले में माँ पीताम्बरा का अनुष्ठान सफलता दिलाने वाला होता है।
- भारत में बगुलामुखी के तीन ही ऐतिहासिक मंदिर माने गये हैं, जो क्रमश: दतिया (मध्य प्रदेश), कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) और शाजापुर (मध्य प्रदेश) में हैं।[1]
- दतिया स्थित बगुलामुखी मंदिर 'पीताम्बरा पीठ' के नाम से भी प्रसिद्ध है।
- यह मंदिर महाभारत कालीन है। मान्यता है कि आचार्य द्रोण के पुत्र अश्वत्थामा चिरंजीवी होने के कारण आज भी इस मंदिर में पूजा अर्चना करने आते हैं।
- इस मंदिर के परिसर में भगवान आशुतोष भी वनखंडेश्वर लिंग के रूप में विराजमान हैं।
- बगुलामुखी का यह मंदिर देश के लोकप्रिय शक्तिपीठों में से एक है। कहा जाता है कि कभी इस स्थान पर श्मशान हुआ करता था, लेकिन आज एक विश्वप्रसिद्ध मन्दिर है।
- स्थानील लोगों की मान्यता है कि मुकदमे आदि के सिलसिले में माँ पीताम्बरा का अनुष्ठान सफलता दिलाने वाला होता है।
- मंदिर के प्रांगण में ही 'माँ धूमावती देवी' का मन्दिर है, जो भारत में भगवती धूमावती का एक मात्र मन्दिर है।
इन्हें भी देखें: पीताम्बरा पीठ दतिया
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ माँ बगुलामुखी का प्राचीन मन्दिर (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 06 जुलाई, 2013।
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