महेन्द्र भट्ट
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महेन्द्र भट्ट
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पूरा नाम | महेन्द्र भट्ट |
जन्म | 4 अगस्त, 1971 |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ |
पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
पद | प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा, उत्तराखंड |
जेल यात्रा | राम जन्मभूमि आंदोलन में 15 दिन पौड़ी के कांसखेत में जेल में रहे। उत्तराखंड राज्य आंदोलन में पांच दिन पौड़ी जेल में रहे। |
संबंधित लेख | उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष |
पूर्वाधिकारी | मदन कौशिक |
अन्य जानकारी | वर्ष 2002 से 2005 तक महेन्द्र भट्ट 'युवा मोर्चा राष्ट्रीय कार्यसमिति' के सदस्य रहे। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र युवा मोर्चा के प्रदेश प्रभारी का दायित्व भी संभाला। |
अद्यतन | 16:48, 30 जुलाई 2022 (IST)
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महेन्द्र भट्ट (अंग्रेज़ी: Mahendra Bhatt, जन्म- 4 अगस्त, 1971) भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिज्ञ हैं। वह उत्तराखंड में बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष बनाये गये हैं। उन्होंने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का स्थान लिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने महेन्द्र भट्ट को उत्तराखंड बीजेपी का अध्यक्ष बनाने का पत्र जारी किया था। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने महेन्द्र भट्ट को उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया।
राजनीतिक सफर
- सन 1991 से 1996 तक महेन्द्र भट्ट ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में प्रदेश सह मंत्री, जिला संयोजक, जिला संगठन मंत्री, विभाग संगठन मंत्री का दायित्व संभाला।
- 1997 में भाजपा युवामोर्चा के प्रदेश सह मंत्री रहे।
- 1998 से 2000 में उत्तरांचल युवामोर्चा में प्रदेश महामंत्री का दायित्व संभाला।
- साल 2000 से 2002 में राज्य निर्माण के समय उत्तरांचल प्रदेश युवामोर्चा के प्रथम प्रदेश अध्यक्ष रहे।
- 2002 से 2005 तक युवामोर्चा राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य-हिमांचल एवं महाराष्ट्र युवामोर्चा के प्रदेश प्रभारी का दायित्व संभाला।
- 32 साल की उम्र में 2002 से 2007 तक उत्तराखंड की प्रथम निर्वाचन में 39 नंदप्रयाग विधानसभा से सदस्य निर्वाचित हुए और विधानमंडल में मुख्यसचेतक का दायित्व संभाला।
- 2007 से 2010 तक प्रदेश भाजपा में विभिन्न दायित्व, प्रदेश मंत्री, गढ़वाल संयोजक व प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य रहे।[1]
- 2010 से 2012 तक राज्यमंत्री का दायित्व संभाला। लघु सिंचाई अनुश्रवण समिति में उपाध्यक्ष रहे।
- 2012 से 2014 तक दोबारा उत्तराखंड भाजपा के गढ़वाल प्रभारी रहे।
- 2014 से 2017 तक दोबारा भाजपा प्रदेश मंत्री रहे।
- 2016 में कांग्रेस सरकार के खिलाफ परिवर्तन यात्रा के गढ़वाल प्रभारी रहे।
- साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बदरीनाथ विधानसभा से सदस्य निर्वाचित हुए, हालांकि 2022 के चुनाव में उन्हें कांग्रेस के राजेंद्र भंडारी से हार का मुंह देखना पड़ा था।
- राम जन्मभूमि आंदोलन में 15 दिन पौड़ी के कांसखेत में जेल में रहे।
- उत्तराखंड राज्य आंदोलन में पांच दिन पौड़ी जेल में रहे।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भाजपा ने किया नए प्रदेश अध्यक्ष का एलान (हिंदी) amarujala.com। अभिगमन तिथि: 30 जुलाई, 2022।
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