- विश्वासराव पेशवा बालाजी बाजीराव का सबसे बड़ा पुत्र था।
- बड़ा पुत्र होने के कारण वही मराठा साम्राज्य का अगला उत्तराधिकारी था।
- 17 वर्ष की अवस्था में वह मराठा सेना का प्रधान सेनापति नियुक्त किया गया।
- विश्वासराव को अहमदशाह अब्दाली का आक्रमण रोकने के लिये उत्तरी भारत भेजा गया था।
- इस समय मराठा सेना का वास्तविक नियन्त्रण उसके चाचा सदाशिवराव भाऊ के हाथों में था।
- इस अभियान का अन्त 13 जनवरी, 1761 ई. को पानीपत के तृतीय युद्ध में हो गया।
- इस युद्ध में विश्वासराव मारा गया और मराठों की भारी पराजय हुई।
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