वेल्लोर दुर्ग
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विवरण | 'वेल्लोर दुर्ग' तमिलनाडु का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह दुर्ग भारत के प्रमुख दुर्गों में गिना जाता है। |
राज्य | तमिलनाडु |
ज़िला | वेल्लोर |
विशेष | वेल्लोर दुर्ग में 'टीपू महल' भी स्थित है। कहा जाता है कि टीपू सुल्तान ब्रिटिश युद्ध के समय अपने परिवार के साथ यहाँ रहे थे। |
अन्य जानकारी | वेल्लोर दुर्ग की देखभाल तथा रखरखाव का कार्य 'भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग' द्वारा किया जाता है। |
वेल्लोर दुर्ग तमिलनाडु राज्य में वेल्लोर के केन्द्र में स्थित है। यह दुर्ग पुराने बस स्टैण्ड के सामने गर्व के साथ खड़ा हुआ है। इस दुर्ग की देखभाल तथा रखरखाव 'भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग' द्वारा किया जाता है।[1]
- दुर्ग की बाहरी दीवारों का निर्माण विशाल ग्रेनाइट ईटों से हुआ है, जिसके चारों ओर गहरी खायी है।
- सूर्यगुंटा जलाशय खाई में भरने के लिये जल की आपूर्ति करता है और यह दोहरी दीवारों से दृढ़ है।
- वेल्लोर दुर्ग में 'टीपू महल' भी स्थित है। कहा जाता है कि महान् टीपू सुल्तान ब्रिटिश युद्ध के समय अपने परिवार के साथ यहाँ रहे थे।
- ब्रिटिश शासन के दौरान वेल्लोर दुर्ग में कई शाही कैदियों, जैसे- कैंडी के अंतिम राजा विक्रम राजासिंह और टीपू सुल्तान के परिवार के सदस्यों को रखा गया था।
- 1806 ई. का 'सिपाही विद्रोह' सबसे पहले वेल्लोर क़िले में ही भड़का था।
- वेल्लोर दुर्ग एक विख्यात पर्यटक आकर्षण स्थल है और राष्ट्रीय महत्व की एक ऐतिहासिक इमारत के रूप में गिना जाता है।
- दुर्ग में 'श्री जलागांडीश्वर मंदिर', एक मस्जिद, एक चर्च, मुतु मंडपम, प्रसिद्ध वेल्लोर ईसाई अस्पताल और राज्य सरकार संग्रहालय स्थित हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ वेल्लोर फ़ोर्ट, वेल्लोर (हिन्दी) नेटिव प्लेनेट। अभिगमन तिथि: 25 अक्टूबर, 2014।