साचक़ मुस्लिम समाज में विवाह की एक रस्म को कहा जाता है। इसमें वर पक्ष कन्या के लिए फल ,मेवे, मेहंदी आदि भेजता है।[1]
इन्हें भी देखें: अल्लाह, क़ुरआन, अज़ान, रोज़ा एवं मुहम्मद
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 563, परिशिष्ट 'घ' |