वास्तविक भूमीय नियंत्रण रेखा (अंग्रेज़ी: Actual Ground Position Line) जम्मू और कश्मीर में स्थित है। सियाचिन ग्लेशियर के इलाके में भारत-पाकिस्तान की स्थिति 'एक्चुअल ग्राउंड पोजिशन लाइन' से तय होती है। 126.2 किलोमीटर लंबी 'एक्चुअल ग्राउंड पोजिशन लाइन' की रखवाली भारतीय सेना करती है।
- यह 1972 नियंत्रण रेखा के उत्तरतम बिन्दु, एनजे9842 से उत्तर में भारत व पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित क्षेत्रों को अलग करती है। इसमें सियाचिन हिमानी का पूर्ण क्षेत्र भारत के नियंत्रण में आता है।[1]
- एनजे9842 से आरम्भ होकर यह रेखा पश्चिमोत्तर दिशा में ग्योंग ला, बिलाफोंड ला, साल्तोरो कांगरी, सिया ला से निकल कर इंदिरा कोल में शक्सगाम घाटी के छोर पर समाप्त होती है।
- 80 के दशक से सबसे भीषण संघर्ष सियाचीन ग्लेशियर में चल रहा है। शिमला समझौते के समय न तो भारत ने और न ही पाकिस्तान ने ग्लेशियर की सीमाएँ तय करने के लिए आग्रह किया।
- कुछ विश्लेषकों का कहना है कि शायद इसकी वजह यह थी कि दोनो ही देशों ने इस भयानक इलाक़े को अपने नियंत्रण में लेने की ज़रूरत नहीं समझी। कुछ यह भी कहते हैं कि इसका मतलब यह होता कि कश्मीर के एक हिस्से पर रेखाएँ खींचना जो चीन प्रशासित है मगर भारत उन पर दावा करता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारत-चीन सीमा विवादः अंतरराष्ट्रीय सीमा, नियंत्रण रेखा और वास्तविक नियंत्रण रेखा क्या हैं? (हिंदी) bbc.com। अभिगमन तिथि: 21 जून, 2020।