"कलंगा दुर्ग": अवतरणों में अंतर
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'''कलंगा दुर्ग''' [[उत्तराखण्ड]] [[राज्य]] के [[देहरादून]] में स्थित एक ऐतिहासिक दुर्ग है। 1814 ई. में जब देहरादून पर [[गोरखा|गोरखों]] का राज था तो उन्होंने [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] से युद्ध छिड़ने पर उनका डट कर सामना किया था। | '''कलंगा दुर्ग''' [[उत्तराखण्ड]] [[राज्य]] के [[देहरादून]] में स्थित एक ऐतिहासिक दुर्ग है। 1814 ई. में जब देहरादून पर [[गोरखा|गोरखों]] का राज था तो उन्होंने [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] से युद्ध छिड़ने पर उनका डट कर सामना किया था। | ||
*अंग्रेज़ी सेना का नायक जनरल मार्टिग डेल था जिसने जनरल जिलेस्पी के मारे जाने पर | *अंग्रेज़ी सेना का नायक जनरल मार्टिग डेल था जिसने जनरल जिलेस्पी के मारे जाने पर फ़ौज की कमान सम्हाली थी। | ||
*उसने कलंगा के क़िले को तोपों की मार से भूमिसात कर दिया था। | *उसने कलंगा के क़िले को तोपों की मार से भूमिसात कर दिया था। | ||
*अब इस स्थान पर दुर्ग के खंडहरों के सिवा कुछ नहीं बचा है। | *अब इस स्थान पर दुर्ग के खंडहरों के सिवा कुछ नहीं बचा है। |
13:05, 9 अप्रैल 2012 के समय का अवतरण
कलंगा दुर्ग उत्तराखण्ड राज्य के देहरादून में स्थित एक ऐतिहासिक दुर्ग है। 1814 ई. में जब देहरादून पर गोरखों का राज था तो उन्होंने अंग्रेज़ों से युद्ध छिड़ने पर उनका डट कर सामना किया था।
- अंग्रेज़ी सेना का नायक जनरल मार्टिग डेल था जिसने जनरल जिलेस्पी के मारे जाने पर फ़ौज की कमान सम्हाली थी।
- उसने कलंगा के क़िले को तोपों की मार से भूमिसात कर दिया था।
- अब इस स्थान पर दुर्ग के खंडहरों के सिवा कुछ नहीं बचा है।