"इलाहाबाद की सन्धि": अवतरणों में अंतर
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*इस सन्धि के द्वारा ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने [[कोड़ा]] और [[इलाहाबाद]] के ज़िले शाहआलम द्वितीय को लौटाना स्वीकार कर लिया। | *इस सन्धि के द्वारा ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने [[कोड़ा]] और [[इलाहाबाद]] के ज़िले शाहआलम द्वितीय को लौटाना स्वीकार कर लिया। | ||
*साथ ही कम्पनी ने बादशाह को 26 लाख रुपये वार्षिक ख़िराज देना स्वीकार किया था। | *साथ ही कम्पनी ने बादशाह को 26 लाख रुपये वार्षिक ख़िराज देना स्वीकार किया था। | ||
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07:08, 23 अप्रैल 2012 के समय का अवतरण
- इलाहाबाद की सन्धि 1765 ई. में ईस्ट इण्डिया कम्पनी की ओर से रॉबर्ट क्लाइव और बादशाह शाहआलम द्वितीय के मध्य हुई थी।
- इस सन्धि के द्वारा ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने कोड़ा और इलाहाबाद के ज़िले शाहआलम द्वितीय को लौटाना स्वीकार कर लिया।
- साथ ही कम्पनी ने बादशाह को 26 लाख रुपये वार्षिक ख़िराज देना स्वीकार किया था।
- इस सन्धि के बदले में बादशाह ने ईस्ट इण्डिया कम्पनी को बंगाल, बिहार और उड़ीसा की 'दीवानी' (राजस्व वसूलने का अधिकार) सौंप दी।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
भट्टाचार्य, सच्चिदानन्द भारतीय इतिहास कोश, द्वितीय संस्करण-1989 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, 55।