"चेन्नापटम": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''चेन्नापटम''' प्राचीन समय में मद्रास (वर्तमान [[चेन्न...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
 
पंक्ति 2: पंक्ति 2:


*1639 ई. में अंग्रेज़ व्यापारी फ़्राँसिस डे ने चेन्नापटम के [[हिन्दू]] राजा से इस स्थान का दानपत्र प्राप्त किया था।
*1639 ई. में अंग्रेज़ व्यापारी फ़्राँसिस डे ने चेन्नापटम के [[हिन्दू]] राजा से इस स्थान का दानपत्र प्राप्त किया था।
*दानपत्र प्राप्त करने के बाद 1640 ई. में 'फ़ोर्ट सेंट जॉर्ज' नामक क़िले की स्थापना की गई, जो अंग्रेज़ों का [[भारत]] में पहला क़िला था।  
*दानपत्र प्राप्त करने के बाद 1640 ई. में '[[फ़ोर्ट सेण्ट जॉर्ज]]' नामक क़िले की स्थापना की गई, जो अंग्रेज़ों का [[भारत]] में पहला क़िला था।  
*1653 ई में फ़ोर्ट सेंट जॉर्ज में एक प्रेसीडेंसी स्थापित की गई। आगामी वर्षों में इसी केंद्र के चारों ओर [[मद्रास]] नगर का विकास हुआ।
*1653 ई में फ़ोर्ट सेंट जॉर्ज में एक प्रेसीडेंसी स्थापित की गई। आगामी वर्षों में इसी केंद्र के चारों ओर [[मद्रास]] नगर का विकास हुआ।



05:39, 8 सितम्बर 2012 के समय का अवतरण

चेन्नापटम प्राचीन समय में मद्रास (वर्तमान चेन्नई) नगर के स्थान पर बसा हुआ एक ग्राम था। भारतीय इतिहास में यह स्थान इसीलिए महत्त्व का है, क्योंकि अंग्रेज़ ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने यहाँ अपना पहला क़िला स्थापित किया था।[1]

  • 1639 ई. में अंग्रेज़ व्यापारी फ़्राँसिस डे ने चेन्नापटम के हिन्दू राजा से इस स्थान का दानपत्र प्राप्त किया था।
  • दानपत्र प्राप्त करने के बाद 1640 ई. में 'फ़ोर्ट सेण्ट जॉर्ज' नामक क़िले की स्थापना की गई, जो अंग्रेज़ों का भारत में पहला क़िला था।
  • 1653 ई में फ़ोर्ट सेंट जॉर्ज में एक प्रेसीडेंसी स्थापित की गई। आगामी वर्षों में इसी केंद्र के चारों ओर मद्रास नगर का विकास हुआ।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 343 |

संबंधित लेख