"अटाला मस्जिद": अवतरणों में अंतर
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व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "<references/> *पुस्तक- ऐतिहासिक स्थानावली, लेखक-विजयेन्द्र कुमार माथुर, प्रकाशन- राजस्थान ग्रंथ अका) |
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{{सूचना बक्सा धार्मिक स्थल | |||
|चित्र=Central-Pishtaq-Atala-Masjid-Jaunpur.jpg | |||
|चित्र का नाम=केंद्रीय तोरण द्वार, अटाला मस्जिद | |||
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'''अटाला मस्जिद''' [[उत्तर प्रदेश]] के [[जौनपुर]] में स्थित एक मस्जिद है। | '''अटाला मस्जिद''' [[उत्तर प्रदेश]] के [[जौनपुर]] में स्थित एक मस्जिद है। | ||
*अटाला मस्जिद को शर्की राजवंश के इब्राहीमशाह (1402-38 ई.) ने 1408 ई. में बनवाई। | *अटाला मस्जिद को शर्की राजवंश के इब्राहीमशाह (1402-38 ई.) ने 1408 ई. में बनवाई। | ||
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
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*ऐतिहासिक स्थानावली | विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार | |||
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07:12, 16 जून 2013 के समय का अवतरण
अटाला मस्जिद
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स्थान | जौनपुर, उत्तर प्रदेश |
निर्माता | इब्राहीमशाह (शर्की राजवंश) |
निर्माण काल | 1408 ई. |
अन्य जानकारी | मस्जिद के तीन तोरण द्वार हैं जिनमें सुंदर सजावट की गई है। बीच का तोरण द्वार सबसे ऊंचा है और इसकी लंबाई 23 मीटर है। |
अटाला मस्जिद उत्तर प्रदेश के जौनपुर में स्थित एक मस्जिद है।
- अटाला मस्जिद को शर्की राजवंश के इब्राहीमशाह (1402-38 ई.) ने 1408 ई. में बनवाई।
- अटाला मस्जिद जौनपुर वास्तुकला का उत्तम नमूना है।
- मस्जिद की सबसे प्रमुख विशेषता इसके अग्रभाग में उठा हुआ प्रार्थना कक्ष है।
- इसमें मीनारें नहीं हैं जो सामान्य रूप से मस्जिदों में होती हैं।
- मस्जिद के तीन तोरण द्वार हैं जिनमें सुंदर सजावट की गई है। बीच का तोरण द्वार सबसे ऊंचा है और इसकी लंबाई 23 मीटर है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ऐतिहासिक स्थानावली | विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार