"पुष्प परिजात के -गोपालदास नीरज": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('{{सूचना बक्सा पुस्तक |चित्र=Pushp-Parijat-Ke.jpg |चित्र का नाम=पुष्...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
 
पंक्ति 36: पंक्ति 36:
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==बाहरी कड़ियाँ==
*[http://pustak.org/home.php?bookid=7998  पुष्प परिजात के]
*[http://pustak.org/home.php?bookid=7998  पुष्प परिजात के]
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{गोपालदास नीरज}}
[[Category:पद्य साहित्य]]
[[Category:पद्य साहित्य]]
[[Category: गोपालदास नीरज]]
[[Category: गोपालदास नीरज]]

08:37, 11 सितम्बर 2013 के समय का अवतरण

पुष्प परिजात के -गोपालदास नीरज
पुष्प परिजात के कविता संग्रह का आवरण पृष्ठ
पुष्प परिजात के कविता संग्रह का आवरण पृष्ठ
कवि गोपालदास नीरज
मूल शीर्षक 'पुष्प परिजात के'
प्रकाशक 'पेंगुइन बुक्स'
प्रकाशन तिथि 01 जनवरी 2007
ISBN 9780143100317
देश भारत
भाषा हिन्दी
प्रकार कविता संग्रह
  • गोपालदास ‘नीरज’ द्वारा रचित काव्य संग्रह है।
  • इस नए काव्य संग्रह में नीरज की कविता के चार रंगों - गीत, ग़ज़ल, दोहेमुक्तक - की रंगोली सजी है।
  • नीरज की रचनाएँ भावना प्रधान होती हैं जिनमें भावों की घटाएं उमड़-घुमड़कर उठती हैं, तो पानी बनकर बरस जाती हैं, उसी तरह जब भावों का अतिरेक होता है, जज़बात छलकने लगते हैं, तो कविता के रूप में ढल जाते हैं।
  • कविता ने सदियों से हर संस्कृति, हर भाषा, हर दिल को शब्द दिए हैं। ऐसे ही हर दिल की बात कहने वाले हरदिल-अज़ीज़ कवि हैं - गोपालदास नीरज। नीरज के गीत गज़लों में भावों की गहराई तो है ही, साथ ही उनमें लयात्मकता भी है, जो लोगों की ज़ुबान पर चढ़कर बोलती है।
  • नीरज की कविताओं तथा लेखों का अनुवाद अनेक भाषाओं में हो चुका है।
  • आपके कालजयी फ़िल्मी गीत हैं - ‘कारवां गुज़र गया ग़ुबार देखते रहे’, ‘शोखियों में घोला जाए फूलों का शबाब’ आदि।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख