"कोम्मापुर नहर": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{{पुनरीक्षण}} '''कोम्मापुर नहर''' 'बकिंघम नहर' भी कहलाती ह...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
'''कोम्मापुर नहर''' को 'बकिंघम नहर' भी कहा जाता है। यह दक्षिण-पूर्वी [[भारत]] के पूर्वी [[आंध्र प्रदेश]] और पूर्वोत्तर [[तमिलनाडु]] राज्य की नहर है। | |||
'''कोम्मापुर नहर''' 'बकिंघम नहर' भी | |||
*1806 से 1882 के बीच कोरोमंडल तट के पश्चजल के किनारे विभिन्न चरणों में निर्माण किया गया। | *वर्ष 1806 से [[1882]] के बीच [[कोरोमंडल तट]] के पश्चजल के किनारे विभिन्न चरणों में इस नहर का निर्माण किया गया। | ||
* | *कोम्मापुर नहर कुमारी अंतरीप से उत्तर दिशा मे [[कृष्णा नदी|कृष्णा]] और [[गोदावरी नदी]] डेल्टाओं में 1,100 कि.मी तक फैली हुई है। | ||
* | *यद्यपि [[1880]] के बाद इस नहर का व्यापक पुनर्निर्माण हुआ, लेकिन इसकी निर्माण कारीगरी कमज़ोर है और मरम्मत का खर्च हमेशा बहुत अधिक रहा है। | ||
* | *इस नहर को एक मीटर से अधिक गहराई तक डूबने वाली नौकाओं के परिचालन के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इसके बावजूद, [[तमिलनाडु]] के [[चेन्नई]] नगर में [[ईंधन]], [[नमक]] और सूखी [[मछली]] जैसे भारी सामान की ढुलाई के लिए यही एकमात्र लाभप्रद रास्ता है। | ||
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
पंक्ति 11: | पंक्ति 11: | ||
==बाहरी कड़ियाँ== | ==बाहरी कड़ियाँ== | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
[[Category:नहरें]][[Category:आंध्र प्रदेश]][[Category:तमिलनाडु]][[Category:भूगोल कोश]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
10:13, 12 अगस्त 2014 के समय का अवतरण
कोम्मापुर नहर को 'बकिंघम नहर' भी कहा जाता है। यह दक्षिण-पूर्वी भारत के पूर्वी आंध्र प्रदेश और पूर्वोत्तर तमिलनाडु राज्य की नहर है।
- वर्ष 1806 से 1882 के बीच कोरोमंडल तट के पश्चजल के किनारे विभिन्न चरणों में इस नहर का निर्माण किया गया।
- कोम्मापुर नहर कुमारी अंतरीप से उत्तर दिशा मे कृष्णा और गोदावरी नदी डेल्टाओं में 1,100 कि.मी तक फैली हुई है।
- यद्यपि 1880 के बाद इस नहर का व्यापक पुनर्निर्माण हुआ, लेकिन इसकी निर्माण कारीगरी कमज़ोर है और मरम्मत का खर्च हमेशा बहुत अधिक रहा है।
- इस नहर को एक मीटर से अधिक गहराई तक डूबने वाली नौकाओं के परिचालन के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इसके बावजूद, तमिलनाडु के चेन्नई नगर में ईंधन, नमक और सूखी मछली जैसे भारी सामान की ढुलाई के लिए यही एकमात्र लाभप्रद रास्ता है।
|
|
|
|
|