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सबसे पहली मस्जिद [[काबा]] था। काबा [[अल्लाह]] के आसपास मस्जिद हराम का निर्माण हुआ। एक परंपरा के अनुसार काबा वह जगह है जहां सबसे पहले हज़रत आदम अलैहिस्सलाम और हज़रत हव्वा अलैहिस्सलाम ने ज़मीन पर पूजा की थी। इसी जगह पर हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम ने हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम के साथ एक इबादत गाह निर्माण किया बाद में यही जगह मस्जिद हराम कहलाई। कई परंपराओं के अनुसार यहीं [[मुहम्मद|हज़रत मुहम्मद]] उपकरण और स्लिम ने पहले पहल प्रार्थना अदा कीं। दूसरी मस्जिद, 'मस्जिदे कबाय' थी जिसकी नींव हज़रत मुहम्मद ने [[मदीना]] से कुछ बाहर उस समय रखी जब वह [[मक्का (अरब)|मक्का]] से मदीना हिजरत फरमा रहे थे। तीसरी मस्जिद, 'मस्जिदे नबवी' थी जिसकी नींव भी हज़रत मुहम्मद ने मदीने में हिजरत के बाद रखी और निर्माण में स्वयं भाग लिया। मस्जिदे नबवी मुसलमानों का धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक केंद्र था। आज मस्जिद हराम और मस्जिदे नबवी मुसलमानों का पवित्र सबसे स्थान हैं। | सबसे पहली मस्जिद [[काबा]] था। काबा [[अल्लाह]] के आसपास मस्जिद हराम का निर्माण हुआ। एक परंपरा के अनुसार काबा वह जगह है जहां सबसे पहले हज़रत आदम अलैहिस्सलाम और हज़रत हव्वा अलैहिस्सलाम ने ज़मीन पर पूजा की थी। इसी जगह पर हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम ने हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम के साथ एक इबादत गाह निर्माण किया बाद में यही जगह मस्जिद हराम कहलाई। कई परंपराओं के अनुसार यहीं [[मुहम्मद|हज़रत मुहम्मद]] उपकरण और स्लिम ने पहले पहल प्रार्थना अदा कीं। दूसरी मस्जिद, 'मस्जिदे कबाय' थी जिसकी नींव हज़रत मुहम्मद ने [[मदीना]] से कुछ बाहर उस समय रखी जब वह [[मक्का (अरब)|मक्का]] से मदीना हिजरत फरमा रहे थे। तीसरी मस्जिद, 'मस्जिदे नबवी' थी जिसकी नींव भी हज़रत मुहम्मद ने मदीने में हिजरत के बाद रखी और निर्माण में स्वयं भाग लिया। मस्जिदे नबवी मुसलमानों का धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक केंद्र था। आज मस्जिद हराम और मस्जिदे नबवी मुसलमानों का पवित्र सबसे स्थान हैं। | ||
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14:20, 20 अप्रैल 2015 के समय का अवतरण
मस्जिद
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विवरण | मुसलमानों की इबादत गाह को 'मस्जिद' कहते हैं। मस्जिद का शाब्दिक अर्थ है 'प्रणाम करने की जगह'। |
पहली मस्जिद | सबसे पहली मस्जिद काबा था। काबा अल्लाह के आसपास मस्जिद हराम का निर्माण हुआ। |
धार्मिक मान्यता | मस्जिद शब्द क़ुरान में भी आया है जैसे मस्जिद हराम के ज़िक्र में बेशुमार आयात में यह शब्द इस्तेमाल हुआ है। |
अन्य जानकारी | अगर मस्जिद में नमाज़ शुक्रवार भी होती हो तो उसे जामा मस्जिद कहते हैं। |
मस्जिद (अंग्रेज़ी: Mosque) मुसलमानों की इबादत गाह को कहते हैं। मस्जिद का शाब्दिक अर्थ है 'प्रणाम करने की जगह'। उर्दू सहित मुसलमानों की अक्सर भाषाओं में यही शब्द इस्तेमाल होता है। यह अरबी जाति शब्द है। अंग्रेज़ी और यूरोपीय भाषाओं में इसके लिए मोसक़ (Mosque) शब्द का प्रयोग किया जाता है हालांकि कई मुसलमान अब अंग्रेज़ी और अन्य यूरोपीय भाषाओं में भी मस्जिद (Masjid) प्रयोग करते हैं क्योंकि उनके विचार में यह स्पेनिश शब्द मोसका (Moska) बसमझनी मच्छर से निकला है। लेकिन कुछ लोगों के विचार में यह सही नहीं है। अगर मस्जिद में नमाज़ शुक्रवार भी होती हो तो उसे जामा मस्जिद कहते हैं। मस्जिद शब्द क़ुरान में भी आया है जैसे मस्जिद हराम के ज़िक्र में बेशुमार आयात में यह शब्द इस्तेमाल हुआ है।
इतिहास
सबसे पहली मस्जिद काबा था। काबा अल्लाह के आसपास मस्जिद हराम का निर्माण हुआ। एक परंपरा के अनुसार काबा वह जगह है जहां सबसे पहले हज़रत आदम अलैहिस्सलाम और हज़रत हव्वा अलैहिस्सलाम ने ज़मीन पर पूजा की थी। इसी जगह पर हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम ने हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम के साथ एक इबादत गाह निर्माण किया बाद में यही जगह मस्जिद हराम कहलाई। कई परंपराओं के अनुसार यहीं हज़रत मुहम्मद उपकरण और स्लिम ने पहले पहल प्रार्थना अदा कीं। दूसरी मस्जिद, 'मस्जिदे कबाय' थी जिसकी नींव हज़रत मुहम्मद ने मदीना से कुछ बाहर उस समय रखी जब वह मक्का से मदीना हिजरत फरमा रहे थे। तीसरी मस्जिद, 'मस्जिदे नबवी' थी जिसकी नींव भी हज़रत मुहम्मद ने मदीने में हिजरत के बाद रखी और निर्माण में स्वयं भाग लिया। मस्जिदे नबवी मुसलमानों का धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक केंद्र था। आज मस्जिद हराम और मस्जिदे नबवी मुसलमानों का पवित्र सबसे स्थान हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख