"ताजुल मस्जिद": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "खजाने" to "ख़ज़ाने") |
No edit summary |
||
(3 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
'''ताजुल मस्जिद''' [[भोपाल]], [[मध्य प्रदेश]] में स्थित है। यह मस्जिद विश्व की तीसरी बड़ी मस्जिद के रूप में शुमार होती है। प्रत्येक वर्ष तबलीगी जमात का तीन दिवसीय इज्तिमा<ref>सम्मेलन, जनसमूह</ref> भी नियमित रूप से इसी मस्जिद में होता है, जिसमें देश-विदेश की ज़मातें शिरकत करती हैं। इस मस्जिद का मुख्य वास्तुकार 'अल्लारखा' था। | {{सूचना बक्सा संक्षिप्त परिचय | ||
|चित्र=Darul-Uloom-Tajul-Masjid-Bhopal-1.jpg | |||
|चित्र का नाम=ताजुल मस्जिद, [[भोपाल]] | |||
|विवरण=ताजुल मस्जिद [[भोपाल]] में स्थित है तथा यह मस्जिद विश्व की तीसरी बड़ी मस्जिद के रूप में शुमार होती है। | |||
|शीर्षक 1=देश | |||
|पाठ 1=[[भारत]] | |||
|शीर्षक 2=राज्य | |||
|पाठ 2=[[मध्य प्रदेश]] | |||
|शीर्षक 3=ज़िला | |||
|पाठ 3=[[भोपाल]] | |||
|शीर्षक 4=निर्माता | |||
|पाठ 4=नवाब शाहजहाँ बेगम | |||
|शीर्षक 5=निर्माण काल | |||
|पाठ 5=1877 ई. | |||
|शीर्षक 6=गूगल मानचित्र | |||
|पाठ 6=[https://www.google.co.in/maps/dir/Bhopal,+Madhya+Pradesh+462001/Taj+ul+Masajid,+NH+12,+Kohefiza,+Bhopal,+Madhya+Pradesh+462001/@23.2613011,77.3988977,16z/data=!4m13!4m12!1m5!1m1!1s0x397c428f8fd68fbd:0x2155716d572d4f8!2m2!1d77.412615!2d23.2599333!1m5!1m1!1s0x397c681a7d83af6b:0x7dda3ac9601ed629!2m2!1d77.3929097!2d23.2629897 गूगल मानचित्र ताजुल मस्जिद, [[भोपाल]]] | |||
|शीर्षक 7=संबंधित लेख | |||
|पाठ 7=[[इस्लाम धर्म]], [[मुस्लिम]], [[भोपाल]], [[मध्य प्रदेश]], [[मध्य प्रदेश पर्यटन]], | |||
|शीर्षक 8=अन्य जानकारी | |||
|पाठ 8=ताजुल मस्जिद का मुख्य द्वार 'ईवान' 74 फीट ऊँचा है। इसके आंतरिक उत्तरी भाग में जनाना हिस्सा है, जिसमें पर्दानशीन महिलायें नमाज अदा कर सकती हैं। | |||
|शीर्षक 9= | |||
|पाठ 9= | |||
|शीर्षक 10= | |||
|पाठ 10= | |||
|संबंधित लेख= | |||
|अन्य जानकारी= | |||
|बाहरी कड़ियाँ= | |||
|अद्यतन= | |||
}} | |||
'''ताजुल मस्जिद''' अथवा 'दारुल उलूम ताजुल मस्जिद' [[भोपाल]], [[मध्य प्रदेश]] में स्थित है। यह मस्जिद विश्व की तीसरी बड़ी मस्जिद के रूप में शुमार होती है। प्रत्येक वर्ष तबलीगी जमात का तीन दिवसीय इज्तिमा<ref>सम्मेलन, जनसमूह</ref> भी नियमित रूप से इसी मस्जिद में होता है, जिसमें देश-विदेश की ज़मातें शिरकत करती हैं। इस मस्जिद का मुख्य वास्तुकार 'अल्लारखा' था। | |||
*[[इस्लाम धर्म]] के उदय के बाद [[मुस्लिम]] शासकों द्वारा अनेक स्थानों पर | *[[इस्लाम धर्म]] के उदय के बाद [[मुस्लिम]] शासकों द्वारा अनेक स्थानों पर ख़ूबसूरत एवं बड़ी मस्जिदों का निर्माण कराया गया। | ||
*एक छोटी-सी रियासत की महिला शासक नवाब शाहजहाँ बेगम ने [[1877]] ई. में अपने राजमहल के निकट दुनिया की बड़ी मस्जिद बनाने का स्वप्न देखा था। इस समय उसके ख़ज़ाने की स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। | *एक छोटी-सी रियासत की महिला शासक नवाब शाहजहाँ बेगम ने [[1877]] ई. में अपने राजमहल के निकट दुनिया की बड़ी मस्जिद बनाने का स्वप्न देखा था। इस समय उसके ख़ज़ाने की स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। | ||
*ताजुल मस्जिद ऊँची जगती पर बनी है, जिसका विशाल प्रांगण इसकी भव्यता को दर्शाता है। | *ताजुल मस्जिद ऊँची जगती पर बनी है, जिसका विशाल प्रांगण इसकी भव्यता को दर्शाता है। |
10:55, 14 अगस्त 2016 के समय का अवतरण
ताजुल मस्जिद
| |
विवरण | ताजुल मस्जिद भोपाल में स्थित है तथा यह मस्जिद विश्व की तीसरी बड़ी मस्जिद के रूप में शुमार होती है। |
देश | भारत |
राज्य | मध्य प्रदेश |
ज़िला | भोपाल |
निर्माता | नवाब शाहजहाँ बेगम |
निर्माण काल | 1877 ई. |
गूगल मानचित्र | गूगल मानचित्र ताजुल मस्जिद, भोपाल |
संबंधित लेख | इस्लाम धर्म, मुस्लिम, भोपाल, मध्य प्रदेश, मध्य प्रदेश पर्यटन, |
अन्य जानकारी | ताजुल मस्जिद का मुख्य द्वार 'ईवान' 74 फीट ऊँचा है। इसके आंतरिक उत्तरी भाग में जनाना हिस्सा है, जिसमें पर्दानशीन महिलायें नमाज अदा कर सकती हैं। |
ताजुल मस्जिद अथवा 'दारुल उलूम ताजुल मस्जिद' भोपाल, मध्य प्रदेश में स्थित है। यह मस्जिद विश्व की तीसरी बड़ी मस्जिद के रूप में शुमार होती है। प्रत्येक वर्ष तबलीगी जमात का तीन दिवसीय इज्तिमा[1] भी नियमित रूप से इसी मस्जिद में होता है, जिसमें देश-विदेश की ज़मातें शिरकत करती हैं। इस मस्जिद का मुख्य वास्तुकार 'अल्लारखा' था।
- इस्लाम धर्म के उदय के बाद मुस्लिम शासकों द्वारा अनेक स्थानों पर ख़ूबसूरत एवं बड़ी मस्जिदों का निर्माण कराया गया।
- एक छोटी-सी रियासत की महिला शासक नवाब शाहजहाँ बेगम ने 1877 ई. में अपने राजमहल के निकट दुनिया की बड़ी मस्जिद बनाने का स्वप्न देखा था। इस समय उसके ख़ज़ाने की स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी।
- ताजुल मस्जिद ऊँची जगती पर बनी है, जिसका विशाल प्रांगण इसकी भव्यता को दर्शाता है।
- मस्जिद का मुख्य द्वार 'ईवान' 74 फीट ऊँचा है। इसके आंतरिक उत्तरी भाग में जनाना हिस्सा है, जिसमें पर्दानशीन महिलायें नमाज अदा कर सकती हैं।
- प्रांगण के पश्चिम में इबादत भवन है, जिसमें स्तंभों पर आधारित नौ प्रवेश द्वार एवं छत हैं, जिसमें 27 खोखले गुम्बद निर्मित हैं।[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ सम्मेलन, जनसमूह
- ↑ ताजुल मस्जिद (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 11 नवम्बर, 2012।