"अस्सपेसिओई गण": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
आदित्य चौधरी (वार्ता | योगदान) No edit summary |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - " महान " to " महान् ") |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
*अस्सपेसिओई गण [[भारत]] पर [[सिकन्दर]] | *अस्सपेसिओई गण [[भारत]] पर [[सिकन्दर]] महान् के आक्रमण के समय पश्चिमोत्तर सीमा पर कुनड़ अथवा त्रिचाल नदी की घाटी में रहता था। | ||
*इन गण ने [[यवन]] आक्रमणकारियों से डट कर मोर्चा लिया था। | *इन गण ने [[यवन]] आक्रमणकारियों से डट कर मोर्चा लिया था। | ||
*सिकन्दर को इन लोगों से दो लड़ाइयाँ लड़नी पड़ी और उसके बाद ही वह उनका दमन कर सका। | *सिकन्दर को इन लोगों से दो लड़ाइयाँ लड़नी पड़ी और उसके बाद ही वह उनका दमन कर सका। | ||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
{{प्रचार}} | {{प्रचार}} | ||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
|आधार= | |||
|प्रारम्भिक= | |||
|माध्यमिक= | |||
|पूर्णता= | |||
|शोध= | |||
}} | |||
{{संदर्भ ग्रंथ}} | {{संदर्भ ग्रंथ}} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== |
14:11, 30 जून 2017 के समय का अवतरण
- अस्सपेसिओई गण भारत पर सिकन्दर महान् के आक्रमण के समय पश्चिमोत्तर सीमा पर कुनड़ अथवा त्रिचाल नदी की घाटी में रहता था।
- इन गण ने यवन आक्रमणकारियों से डट कर मोर्चा लिया था।
- सिकन्दर को इन लोगों से दो लड़ाइयाँ लड़नी पड़ी और उसके बाद ही वह उनका दमन कर सका।
|
|
|
|
|