लक्षणाध्यक्ष
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लक्षणाध्यक्ष एक उच्च अधिकारी का पद था जो मौर्य साम्राज्य की शासन व्यवस्था का महत्त्वपूर्ण अंग था।
- सम्पूर्ण मुद्रापद्धति लक्षणाध्यक्ष के अधीन थी। मौर्य काल का प्रधान सिक्का 'पण' कहलाता था, जो चाँदी का बना होता था। पण के अतिरिक्त अर्धपण, पादपण तथा अष्टभागपण नाम के सिक्के भी होते थे।
इन्हें भी देखें: मौर्यकालीन भारत, मौर्य काल का शासन प्रबंध, मौर्ययुगीन पुरातात्विक संस्कृति एवं मौर्यकालीन कला
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