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14:41, 6 जुलाई 2017 के समय का अवतरण
मेरुतुंग एक प्रसिद्ध जैन विद्वान् थे, जो बाँधवाँ (काठियावाड़, गुजरात) के रहने वाले थे।
- 'प्रबन्ध चिन्तामणि' जो कि जैन साहित्य का एक महत्त्वपूर्ण ग्रंथ है, इसकी रचना मेरुतुंगाचार्य ने ही की थी।
- अनुमान किया जाता है कि 'प्रबन्ध चिन्तामणि' की रचना मेरुतुंगाचार्य ने 1305 ई. में की थी।
- 'प्रबन्ध चिन्तामणि' ऐतिहासिक ग्रंथ है, जो पांच खण्डों में विभाजित है। इन खण्डों से क्रमशः विक्रमांक, सातवाहन मूलराज, मुंज, नृपति भोज, सिद्वराज जयसिंह, कुमार पाल, लक्ष्मण सेन, जयचन्द्र आदि के विषय में जानकारी मिलती है।
- कहा जाता है कि आचार्य मेरुतुंग ने एक 'भोजप्रबंध' भी लिखा था, जो आज उपलब्ध नहीं है। इतना अवश्य है कि मेरुतुंग के 'प्रबन्ध चिन्तामणि' में भोज कथाएँ हैं।
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