"प्रयोग:कविता बघेल": अवतरणों में अंतर

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'''प्यारे लाल नय्यर'''([[अंग्रेज़ी]]: ''Pyarelal Nayyar'') जन्म: [[1899]], [[दिल्ली]]: मृत्यु: [[1982]]) [[महात्मा गांधी]] के निजी सचिव और [[भारत]] के स्वतंत्रता सेनानी थे। इन्होंने अनेक ग्रंथ भी लिखे हैं।
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==परिचय==
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स्वतंत्रता सेनानी प्यारे लाल नय्यर का जन्म [[1899]] में दिल्ली में हुआ था। इनका पारिवारिक निवास पश्चिमी सीमा प्रांत (अब [[पाकिस्तान]]) में था। प्यारे लाल की शिक्षा गवर्नमेंट कॉलेज, [[लाहौर]] में हुई।
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==सच्चे क्रांतिकारी ==
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प्यारे लाल नय्यर एक सच्चे क्रांतिकारी थे। जब ये [[अंग्रेज़ी]] से एम.ए. के लिए अध्ययन कर रहे थे कि तभी महात्मा गांधी ने [[1920]] का [[असहयोग आंदोलन]] आरंभ कर दिया, और जब इन्हें यह पता चला तो ये अपनी अंतिम परीक्षा जिसमें 6 महीने शेष रह गए थे।, कॉलेज छोड़ कर बाहर आ गए और असहयोग आंदोलन से जुड़ गये।
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==गांधी जी के सहायक==
<quiz display=simple>
प्यारे लाल नय्यर सदा महात्मा गांधी जी के सहायक रहे, यद्यपि [[1942]] में अपने निधन तक [[महादेव देसाई]] महात्मा गांधी जी के निजी सचिव थे। ये [[1930]] के [[गोलमेज सम्मेलन]] में महात्मा गांधी जी के साथ गए थे। प्यारे लाल नय्यर महात्मा गांधी जी के राजनैतिक और आर्थिक विचारों के अनुयायी थे। स्वतंत्रता संग्राम में जब-जब गिरफ्तारियां हुईं इन्होंने भी जेल की सजाएं भोगीं। देश के विभाजन के समय नोआखाली के दंगों में उन्होंने पीड़ित लोगों की बड़ी सहायता की। प्यारे लाल ने कभी संगठन या सरकार में कोई पद ग्रहण नही किया। ये 'हरिजन' पत्र के संपादक भी रहे है।
{किस राजपूत रानी ने [[हुमायूँ]] के पास [[राखी]] भेजकर [[बहादुर शाह]] के विरुद्ध सहायता माँगी थी?
==रचनाएं ==
|type="()"}
महात्मा गांधी जी के दृष्टिकोण की व्याख्या करते हुए उन्होंने अनेक ग्रंथ लिखे हैं जो इस प्रकार हैं -  
+[[रानी कर्णावती]]
* दि इपिक फास्ट
-[[संयोगिता]]
* ए पिलिग्रिमेज ऑफ पीस
-हाड़ारानी
* ए नेशन बिल्डर ऐट वर्क
-रानी अनारा
* महात्मा गांधी दि लास्ट फेज
* महात्मा गांधी दि अर्ली फेज
==निधन==
प्यारे लाल नय्यर का 1982 में निधन हो गया।


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{जो सम्बंध स्त्रियों के झुमकों का [[कान|कानों]] से है, वही पुरुषों में-
==टीका-टिप्पणी और संदर्भ==
|type="()"}
<references/>
-बाली का [[कान|कानों]] से है।
==संबंधित लेख==
-बोर का कानों से है।
{{स्वतंत्रता सेनानी}}
-पुन्छा का कानों से है।
[[Category:स्वतन्त्रता सेनानी]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:चरित कोश]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]][[Category:इतिहास कोश]]
+मुरकियों का कानों से है।
__INDEX__
</quiz>
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12:36, 5 अक्टूबर 2017 के समय का अवतरण

1 किस राजपूत रानी ने हुमायूँ के पास राखी भेजकर बहादुर शाह के विरुद्ध सहायता माँगी थी?

रानी कर्णावती
संयोगिता
हाड़ारानी
रानी अनारा

2 जो सम्बंध स्त्रियों के झुमकों का कानों से है, वही पुरुषों में-

बाली का कानों से है।
बोर का कानों से है।
पुन्छा का कानों से है।
मुरकियों का कानों से है।