|
|
| (3 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 190 अवतरण नहीं दर्शाए गए) |
| पंक्ति 1: |
पंक्ति 1: |
| {| class="bharattable-green" width="100%" | | {| width="60%" class="bharattable-pink" |
| | |+विश्व हिन्दी सम्मेलन |
| |- | | |- |
| | valign="top"|
| | ! क्र.सं. |
| {| width="100%"
| | ! सम्मेलन |
| |
| | ! तिथि |
| <quiz display=simple>
| | ! नगर |
| | | ! देश |
| {किस भारतीय ने सर्वप्रथम अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा लागू करने के लिए सदन में विधेयक प्रस्तुत किया था?
| | |- |
| |type="()"} | | |1. |
| -[[मदन मोहन मालवीय]]
| | |[[विश्व हिन्दी सम्मेलन 1975|प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन]] |
| -[[महात्मा गाँधी]]
| | |[[10 जनवरी|10]]-[[12 जनवरी]], [[1975]] |
| +[[गोपाल कृष्ण गोखले]]
| | |नागपुर |
| -[[जवाहर लाल नेहरू]]
| | |[[चित्र:Tricolor.jpg|50px|link=तिरंगा]] [[भारत]] |
| ||[[चित्र:Gopal-Krishna-Gokhle.jpg|right|120px|गोपाल कृष्ण गोखले]]महादेव गोविंद रानाडे के शिष्य [[गोपाल कृष्ण गोखले]] को वित्तीय मामलों की अद्वितीय समझ और उस पर अधिकारपूर्वक बहस करने की क्षमता से उन्हें [[भारत]] का '''ग्लेडस्टोन''' कहा जाता है। 1905 ई. में गोखले ने 'भारत सेवक समाज' (सरवेंट्स ऑफ़ इंडिया सोसाइटी) की स्थापना की, ताकि नौजवानों को सार्वजनिक जीवन के लिए प्रशिक्षित किया जा सके। उनका मानना था कि, वैज्ञानिक और तकनीकी शिक्षा भारत की महत्त्वपूर्ण आवश्यकता है। इसीलिए इन्होंने सबसे पहले प्राथमिक शिक्षा लागू करने के लिये सदन में विधेयक भी प्रस्तुत किया था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गोपाल कृष्ण गोखले]] | | |- |
| | | |2. |
| {[[लॉर्ड लिनलिथगो]] के शासनकाल में ‘चेटफ़ील्ड कमेटी’ की नियुक्ति हुई। इसका सम्बन्ध किस विषय से था?
| | |[[विश्व हिन्दी सम्मेलन 1976|द्वितीय विश्व हिन्दी सम्मेलन]] |
| |type="()"}
| | |[[28 अगस्त|28]]-[[30 अगस्त]], [[1976]] |
| -[[कृषि]] तथा सिंचाई सुधार | | |पोर्ट लुई |
| -मौद्रिक सुधार
| | |[[चित्र:Flag-of-Mauritius.png|50px|link=मॉरीशस]] [[मॉरीशस]] |
| +[[भारतीय सेना]] का आधुनिकीकरण
| | |- |
| -प्रान्तीय स्वायत्तता
| | |3. |
| | | |[[विश्व हिन्दी सम्मेलन 1983|तृतीय विश्व हिन्दी सम्मेलन]] |
| {अपनी दानशीलता के लिए किस भारतीय को ‘प्रिंस’ की उपाधि मिली थी?
| | |[[28 अक्टूबर|28]]-[[30 अक्टूबर]], [[1983]] |
| |type="()"} | | |[[नई दिल्ली]] |
| -[[लाला लाजपत राय]]
| | |[[चित्र:Tricolor.jpg|50px|link=तिरंगा]] [[भारत]] |
| -[[जवाहर लाल नेहरू]] | | |- |
| +[[देवेन्द्रनाथ ठाकुर]]
| | |4. |
| -[[दादाभाई नौरोजी]] | | |[[विश्व हिन्दी सम्मेलन 1993|चतुर्थ विश्व हिन्दी सम्मेलन]] |
| ||'देवेन्द्रनाथ ठाकुर' [[कलकत्ता]] निवासी श्री [[द्वारकानाथ ठाकुर]] के पुत्र थे, जो प्रख्यात विद्वान और धार्मिक नेता थे। देवेन्द्रनाथ ठाकुर को अपनी दानशीलता के कारण 'प्रिंस' की उपाधि प्राप्त हुई थी। [[पिता]] से उन्होंने ऊँची सामाजिक प्रतिष्ठा तथा ऋण उत्तराधिकार में प्राप्त किया था। [[नोबेल पुरस्कार]] विजेता [[रबीन्द्रनाथ ठाकुर]], देवेन्द्रनाथ ठाकुर के पुत्र थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[देवेन्द्रनाथ ठाकुर]] | | |[[2 दिसम्बर|02]]-[[4 दिसम्बर|04 दिसम्बर]], [[1993]] |
| | | |पोर्ट लुई |
| {निम्न में से किस व्यक्ति को ‘बिना ताज का बादशाह’ कहा जाता है?
| | |[[चित्र:Flag-of-Mauritius.png|50px|link=मॉरीशस]] [[मॉरीशस]] |
| |type="()"} | | |- |
| -[[बाल गंगाधर तिलक]]
| | |5. |
| +[[सुरेन्द्रनाथ बनर्जी]]
| | |[[विश्व हिन्दी सम्मेलन 1996|पाँचवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन]] |
| -[[राजा राममोहन राय]] | | |[[4 अप्रैल|04]]-[[8 अप्रैल|08 अप्रैल]], [[1996]] |
| -[[महात्मा गाँधी]]
| | |पोर्ट ऑफ़ स्पेन |
| ||[[चित्र:Surendranath-Banerjee.jpg|right|120px|सुरेन्द्रनाथ बनर्जी]]सुरेन्द्रनाथ बनर्जी ने [[बंगाल]] के विभाजन का घोर विरोध किया और उसके विरोध में ज़बर्दस्त आंदोलन चलाया, जिससे वे बंगाल के निर्विवाद रूप से नेता मान लिये गये। वे बंगाल के '''बिना ताज़ के बादशाह''' कहलाने लगे थे। बंगाल का विभाजन 1911 ई. में रद्द कर दिया गया, जो [[सुरेन्द्रनाथ बनर्जी]] की एक बहुत बड़ी जीत थी। लेकिन इस समय तक देशवासियों में एक नया वर्ग पैदा हो गया था, जिसका विचार था कि [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] के वैधानिक आंदोलन विफल सिद्ध हुए हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सुरेन्द्रनाथ बनर्जी]] | | |[[चित्र:Flag-of-Trinidad-and-Tobago.png|50px]] त्रिनिदाद एवं टोबेगो |
| | | |- |
| | | |6. |
| {‘[[मुस्लिम लीग]]’ ने अपने किस अधिवेशन में ‘डिवाइड एण्ड क्विट’ का नारा दिया था?
| | |[[विश्व हिन्दी सम्मेलन 1999|छठा विश्व हिन्दी सम्मेलन]] |
| |type="()"} | | |[[14 सितम्बर|14]]-[[18 सितम्बर]], [[1999]] |
| -[[लाहौर]], 1940 ई.
| | |यू. के. |
| -[[कराची]], 1933 ई.
| | |[[चित्र:London-Flag.jpg|50px|link=लंदन]] [[लंदन]] |
| +कराची, 1943 ई.
| | |- |
| -[[लखनऊ]], 1931 ई. | | |7. |
| | | |[[विश्व हिन्दी सम्मेलन 2003|सातवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन]] |
| {‘[[सविनय अवज्ञा आन्दोलन]]’ अन्तिम रूप से कब वापस लिया गया?
| | |[[6 जून|06]]-[[9 जून|09 जून]], [[2003]] |
| |type="()"} | | |पारामारिबो |
| -15 मार्च, 1933 ई.
| | |[[चित्र:Flag-of-Suriname.png|50px]] सूरीनाम |
| -31 जुलाई, 1934 ई. | | |- |
| -5 मार्च, 1931 ई. | | |8. |
| +7 अप्रैल, 1934 ई.
| | |[[विश्व हिन्दी सम्मेलन 2007|आठवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन]] |
| | | |[[13 जुलाई|13]]-[[15 जुलाई]], [[2007]] |
| {[[मुसलमान|मुस्लिमों]] ने ‘[[असहयोग आन्दोलन]]’ में भाग लिया। इसका मुख्य कारण क्या था?
| | |[[न्यूयॉर्क नगर|न्यूयॉर्क]] |
| |type="()"} | | |[[चित्र:America-Flag.gif|50px|link=अमरीका]] [[अमरीका]] |
| -1931 ई. का [[मुस्लिम लीग]] का प्रस्ताव | | |- |
| -1916 ई. का 'लखनऊ एक्ट' | | |9. |
| +'ख़िलाफ़त आन्दोलन' में मिला सहयोग
| | |[[विश्व हिन्दी सम्मेलन 2012|नौवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन]] |
| -[[मोहम्मद अली जिन्ना|जिन्ना]] के विशेष अनुरोध पर
| | |[[22 सितंबर|22]]-[[24 सितंबर]], [[2012]] |
| | | |जोहांसबर्ग |
| {‘[[साइमन कमीशन]]’ का वह कौन-सा सदस्य था, जो बाद में [[ब्रिटेन]] का [[प्रधानमंत्री]] बना?
| | |[[चित्र:South-Africa-flag.jpg|50px|link=दक्षिण अफ़्रीका]] [[दक्षिण अफ़्रीका]] |
| |type="()"} | | |- |
| -रैम्जे मैकडोनाल्ड
| | |10. |
| -विन्स्टन चर्चिल
| | |[[विश्व हिन्दी सम्मेलन 2015|दसवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन]] |
| -सैमुअल होर
| | |[[10 अगस्त|10]]-[[12 सितंबर]], [[2015]] |
| +[[एटली|क्लीमेंट एटली]]
| | |[[भोपाल]] |
| | | |[[चित्र:Tricolor.jpg|50px|link=तिरंगा]] [[भारत]] |
| {किस सत्याग्रह को ‘दिल्ली चलो सत्याग्रह’ के नाम से भी जाना जाता है?
| | |- |
| |type="()"} | | |11. |
| +व्यक्तिगत सत्याग्रह
| | |[[विश्व हिन्दी सम्मेलन 2018|ग्यारहवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन]] |
| -भारत छोड़ो आन्दोलन
| | |[[18 अगस्त|18]]-[[20 अगस्त]], [[2018]] |
| -[[बारदोली सत्याग्रह]]
| | |पोर्ट लुई |
| -[[नमक सत्याग्रह]]
| | |[[चित्र:Flag-of-Mauritius.png|50px|link=मॉरीशस]] [[मॉरीशस]] |
| | |
| {‘नौजवान सभा’ की स्थापना 1929 ई. में हुई थी। इसके संस्थापक कौन थे?
| |
| |type="()"} | |
| -अजीत सिंह
| |
| -[[चन्द्रशेखर आज़ाद]]
| |
| +[[भगत सिंह]]
| |
| -[[बटुकेश्वर दत्त]] | |
| | |
| {‘[[मुस्लिम लीग]]’ ने किस दिन को ‘पाकिस्तान दिवस’ के रूप में मनाया?
| |
| |type="()"} | |
| -23 जून, 1944 ई. | |
| -25 मार्च, 1944 ई. | |
| -21 सितम्बर, 1946 ई. | |
| +27 मार्च, 1947 ई.
| |
| | |
| {[[जवाहर लाल नेहरू]] ने किसे ‘गुमराह देशभक्त’ की संज्ञा दी थी?
| |
| |type="()"} | |
| -समाजवादी कांग्रेसियों को | |
| -कम्युनिस्टों को
| |
| +[[आज़ाद हिन्द फौज]] के जवानों को
| |
| -उग्रवादी क्रान्तिकारियों को
| |
| | |
| {किस घटना के पश्चात् [[महात्मा गाँधी]] ने ब्रिटिश सरकार को 'शैतानी लोग' कहा था?
| |
| |type="()"} | |
| -जलियाँवाला बाग़ हत्याकाण्ड | |
| +रौलट एक्ट पास होने के समय
| |
| -साम्प्रदायिक निर्णय के पश्चात्
| |
| 1942 ई. में क्रान्तिकारियों पर हवाई हमलों के बाद
| |
| | |
| {किस भारतीय ने देश के बाहर सर्वप्रथम गणतंत्रात्मक सरकार की स्थापना की थी?
| |
| |type="()"} | |
| -[[सुभाष चन्द्र बोस]]
| |
| +राजा महेन्द्र प्रताप
| |
| -[[रासबिहारी बोस]] | |
| -मोहन सिंह
| |
| | |
| {निम्न में से किस [[वायसराय]] का सम्बन्ध ‘ब्रेक-डायन-प्लान’ से था?
| |
| |type="()"} | |
| +लार्ड वेवेल
| |
| -लार्ड इरविन | |
| -लार्ड रीडिंग | |
| -लार्ड माउण्ट बेटन
| |
| </quiz>
| |
| |} | |
| |} | | |} |
| __NOTOC__
| |