"शान्तिवर्णी": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
छो (Text replace - "==सम्बंधित लिंक==" to "==संबंधित लेख==")
 
(3 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''आचार्य शान्तिवर्णीi'''<br />
'''आचार्य शान्तिवर्णी'''<br />
*परीक्षामुख के प्रथम सूत्र पर इन्होंने 'प्रमेयकण्ठिका' नाम की वृत्ति लिखी है।  
*परीक्षामुख के प्रथम सूत्र पर इन्होंने 'प्रमेयकण्ठिका' नाम की वृत्ति लिखी है।  
*यह एक न्याय-विद्या की लघु रचना है और प्रमाण पर इसमें संक्षेप में प्रकाश डाला गया है।  
*यह एक न्याय-विद्या की लघु रचना है और प्रमाण पर इसमें संक्षेप में प्रकाश डाला गया है।  
*यह वीर सेवा मन्दिर ट्रस्ट, काशी से प्रकाशित हो चुकी है।  
*यह वीर सेवा मन्दिर ट्रस्ट, [[काशी]] से प्रकाशित हो चुकी है।  
*यह अध्येतव्य है।
*यह अध्येतव्य है।
==संबंधित लेख==
{{जैन धर्म2}}
{{जैन धर्म}}
[[Category:दर्शन कोश]]
[[Category:दर्शन कोश]]
[[Category:जैन_दर्शन]]
[[Category:जैन_दर्शन]]
__INDEX__
__INDEX__

20:03, 14 सितम्बर 2010 के समय का अवतरण

आचार्य शान्तिवर्णी

  • परीक्षामुख के प्रथम सूत्र पर इन्होंने 'प्रमेयकण्ठिका' नाम की वृत्ति लिखी है।
  • यह एक न्याय-विद्या की लघु रचना है और प्रमाण पर इसमें संक्षेप में प्रकाश डाला गया है।
  • यह वीर सेवा मन्दिर ट्रस्ट, काशी से प्रकाशित हो चुकी है।
  • यह अध्येतव्य है।

संबंधित लेख