"ज़ोरामथंगा": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('thumb|200px|ज़ोरामथंगा '''ज़ोरामथंगा''' (अंग्र...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
No edit summary |
||
(इसी सदस्य द्वारा किए गए बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{सूचना बक्सा राजनीतिज्ञ | |||
'''ज़ोरामथंगा''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Zoramthanga'', जन्म- [[13 जुलाई]] [[1944]]) [[मिज़ोरम]] के पूर्व | |चित्र=Zoramthanga.jpg | ||
|चित्र का नाम=ज़ोरामथंगा | |||
|पूरा नाम=ज़ोरामथंगा | |||
|अन्य नाम= | |||
|जन्म=[[13 जुलाई]] [[1944]] | |||
|जन्म भूमि=चंपाई | |||
|मृत्यु= | |||
|मृत्यु स्थान= | |||
|मृत्यु कारण= | |||
|अभिभावक=[[पिता]]- दारफुंगा<br/> | |||
[[माता]]- वंचनुआइंचिंगी | |||
|पति/पत्नी=रोनेइहसंगी | |||
|संतान=एक पुत्र एवं एक पुत्री | |||
|स्मारक= | |||
|क़ब्र= | |||
|नागरिकता=भारतीय | |||
|प्रसिद्धि=राजनीतिज्ञ | |||
|पार्टी=मिज़ो नेशनल फ्रंट | |||
|पद=पूर्व [[मुख्यमंत्री]], [[मिज़ोरम]]<br/> | |||
प्रथम- [[3 दिसम्बर]], [[1998]] से [[11 दिसम्बर]], [[2008]] तक<br/> | |||
द्वितीया- [[15 दिसम्बर]], [[2018]] से [[7 दिसम्बर]], [[2023]] तक | |||
|कार्य काल= | |||
|शिक्षा= | |||
|भाषा= | |||
|विद्यालय= | |||
|जेल यात्रा= | |||
|पुरस्कार-उपाधि= | |||
|विशेष योगदान= | |||
|संबंधित लेख=[[मिज़ोरम के मुख्यमंत्री]] | |||
|शीर्षक 1=चुनाव क्षेत्र | |||
|पाठ 1=चंपाई | |||
|शीर्षक 2=पूर्वाधिकारी | |||
|पाठ 2=[[लल थनहवला]] | |||
|शीर्षक 3=उत्तराधिकारी | |||
|पाठ 3=[[लालदुहोमा]] | |||
|शीर्षक 4= | |||
|पाठ 4= | |||
|शीर्षक 5= | |||
|पाठ 5= | |||
|अन्य जानकारी=सन [[1966]] में ज़ोरामथंगा 'मिज़ो नेशनल फ्रंट' के 'मिज़ो फ्रीडम मूवमेंट' के अंतर्गत अंडरग्राउंड मूवमेंट एक आंदोलन में शामिल थे। सन [[1998]] में वह पहली बार [[मिज़ोरम के मुख्यमंत्री]] बने थे। | |||
|बाहरी कड़ियाँ= | |||
|अद्यतन={{अद्यतन|15:49, 1 फ़रवरी 2024 (IST)}} | |||
}} | |||
'''ज़ोरामथंगा''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Zoramthanga'', जन्म- [[13 जुलाई]] [[1944]]) [[मिज़ोरम]] के पूर्व [[मुख्यमंत्री]] हैं। उन्हें भारतीय राज्य मिज़ोरम का मुख्यमंत्री बनने का गौरव दो बार प्राप्त हुआ है। सन [[1998]] के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ज़ोरामथंगा ने मिज़ोरम पीपुल्स कॉन्फ्रेंस से गठजोड़ कर लिया था। इस सियासी गठजोड़ ने राज्य विधानसभा की 40 सीटों में से 33 जीत ली थीं। तब वह पहली बार [[मिज़ोरम के मुख्यमंत्री]] बने थे। | |||
*ज़ोरामथंगा | *ज़ोरामथंगा पहली बार [[3 दिसम्बर]], [[1998]] को राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। इस पद पर वह [[11 दिसम्बर]], [[2008]] तक रहे। | ||
*वह दूसरी बार [[15 दिसम्बर]], [[2018]] को मुख्यमंत्री बने और [[7 दिसम्बर]], [[2023]] तक इस पद पर रहे। | |||
*वह राजनीतिक दल 'मिज़ो नेशनल फ्रंट' के राजनीतिज्ञ हैं। | *वह राजनीतिक दल 'मिज़ो नेशनल फ्रंट' के राजनीतिज्ञ हैं। | ||
*सन [[1966]] में ज़ोरामथंगा 'मिज़ो नेशनल फ्रंट' के 'मिज़ो फ्रीडम मूवमेंट' के अंतर्गत अंडरग्राउंड मूवमेंट एक आंदोलन में शामिल हो गये और शहर छोड़कर जंगलों में रहने लगे। जंगलों में रहकर उन्होंने आंदोलन की तमाम गतिविधियों को अंजाम दिया। | |||
*उन्होंने रन बंग इलाके के सचिव के रूप में तीन साल तक अपनी सेवाएं दीं। | |||
*आगे चलकर ज़ोरामथंगा एमएनएफ के प्रमुख लालडेंगा के सचिव बन गये और पूर्वी पाकिस्तान (जो अब [[[[बांग्ला देश]]]] है) चले गये। | |||
*विद्रोह के दौरान [[भारतीय सेना]] ने उन्हें गिरफ्तार किया और असम राइफल्स के क्वार्टर गार्ड में बंदी बनाकर रखा। | |||
*25 वर्षों के संघर्ष के बाद मिज़ो नेशनल फ्रण्ट ने [[30 जून]], [[1986]] को ऐतिहासिक मिज़ो शांति समझौते पर हस्ताक्षर किया और [[1987]] में [[मिज़ोरम]] को पूर्ण राज्य का दर्जा मिल गया। इस समझौते के बाद ज़ोरामथंगा राजनीति में आये और अपने पहले ही चुनाव में चंफई से पहली बार विधायक बने। | |||
*सन [[1998]] के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ज़ोरामथंगा ने मिज़ोरम पीपुल्स कॉन्फ्रेंस से गठजोड़ कर लिया। इस सियासी गठजोड़ ने राज्य विधानसभा की 40 सीटों में से 33 जीत ली थीं। तब वह पहली बार [[मिज़ोरम के मुख्यमंत्री]] बने थे। | |||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक3 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक3 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
पंक्ति 12: | पंक्ति 61: | ||
{{मिज़ोरम के मुख्यमंत्री}}{{भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्री}} | {{मिज़ोरम के मुख्यमंत्री}}{{भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्री}} | ||
[[Category:मिज़ोरम]][[Category:मुख्यमंत्री]][[Category:मिज़ोरम के मुख्यमंत्री]] | [[Category:मिज़ोरम]][[Category:मुख्यमंत्री]][[Category:मिज़ोरम के मुख्यमंत्री]] | ||
[[Category:राजनीतिज्ञ]][[Category:राजनेता]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:राजनीति कोश]][[Category:चरित कोश]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश | [[Category:राजनीतिज्ञ]][[Category:राजनेता]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:राजनीति कोश]][[Category:चरित कोश]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
10:19, 1 फ़रवरी 2024 के समय का अवतरण
ज़ोरामथंगा
| |
पूरा नाम | ज़ोरामथंगा |
जन्म | 13 जुलाई 1944 |
जन्म भूमि | चंपाई |
अभिभावक | पिता- दारफुंगा माता- वंचनुआइंचिंगी |
पति/पत्नी | रोनेइहसंगी |
संतान | एक पुत्र एवं एक पुत्री |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ |
पार्टी | मिज़ो नेशनल फ्रंट |
पद | पूर्व मुख्यमंत्री, मिज़ोरम प्रथम- 3 दिसम्बर, 1998 से 11 दिसम्बर, 2008 तक |
संबंधित लेख | मिज़ोरम के मुख्यमंत्री |
चुनाव क्षेत्र | चंपाई |
पूर्वाधिकारी | लल थनहवला |
उत्तराधिकारी | लालदुहोमा |
अन्य जानकारी | सन 1966 में ज़ोरामथंगा 'मिज़ो नेशनल फ्रंट' के 'मिज़ो फ्रीडम मूवमेंट' के अंतर्गत अंडरग्राउंड मूवमेंट एक आंदोलन में शामिल थे। सन 1998 में वह पहली बार मिज़ोरम के मुख्यमंत्री बने थे। |
अद्यतन | 15:49, 1 फ़रवरी 2024 (IST)
|
ज़ोरामथंगा (अंग्रेज़ी: Zoramthanga, जन्म- 13 जुलाई 1944) मिज़ोरम के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। उन्हें भारतीय राज्य मिज़ोरम का मुख्यमंत्री बनने का गौरव दो बार प्राप्त हुआ है। सन 1998 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ज़ोरामथंगा ने मिज़ोरम पीपुल्स कॉन्फ्रेंस से गठजोड़ कर लिया था। इस सियासी गठजोड़ ने राज्य विधानसभा की 40 सीटों में से 33 जीत ली थीं। तब वह पहली बार मिज़ोरम के मुख्यमंत्री बने थे।
- ज़ोरामथंगा पहली बार 3 दिसम्बर, 1998 को राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। इस पद पर वह 11 दिसम्बर, 2008 तक रहे।
- वह दूसरी बार 15 दिसम्बर, 2018 को मुख्यमंत्री बने और 7 दिसम्बर, 2023 तक इस पद पर रहे।
- वह राजनीतिक दल 'मिज़ो नेशनल फ्रंट' के राजनीतिज्ञ हैं।
- सन 1966 में ज़ोरामथंगा 'मिज़ो नेशनल फ्रंट' के 'मिज़ो फ्रीडम मूवमेंट' के अंतर्गत अंडरग्राउंड मूवमेंट एक आंदोलन में शामिल हो गये और शहर छोड़कर जंगलों में रहने लगे। जंगलों में रहकर उन्होंने आंदोलन की तमाम गतिविधियों को अंजाम दिया।
- उन्होंने रन बंग इलाके के सचिव के रूप में तीन साल तक अपनी सेवाएं दीं।
- आगे चलकर ज़ोरामथंगा एमएनएफ के प्रमुख लालडेंगा के सचिव बन गये और पूर्वी पाकिस्तान (जो अब [[बांग्ला देश]] है) चले गये।
- विद्रोह के दौरान भारतीय सेना ने उन्हें गिरफ्तार किया और असम राइफल्स के क्वार्टर गार्ड में बंदी बनाकर रखा।
- 25 वर्षों के संघर्ष के बाद मिज़ो नेशनल फ्रण्ट ने 30 जून, 1986 को ऐतिहासिक मिज़ो शांति समझौते पर हस्ताक्षर किया और 1987 में मिज़ोरम को पूर्ण राज्य का दर्जा मिल गया। इस समझौते के बाद ज़ोरामथंगा राजनीति में आये और अपने पहले ही चुनाव में चंफई से पहली बार विधायक बने।
- सन 1998 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ज़ोरामथंगा ने मिज़ोरम पीपुल्स कॉन्फ्रेंस से गठजोड़ कर लिया। इस सियासी गठजोड़ ने राज्य विधानसभा की 40 सीटों में से 33 जीत ली थीं। तब वह पहली बार मिज़ोरम के मुख्यमंत्री बने थे।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
क्रमांक | राज्य | मुख्यमंत्री | तस्वीर | पार्टी | पदभार ग्रहण |