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*इसका निर्माण 1857 ई. में त्रावणकोर के महाराजा द्वारा बनाए गए संग्रहालय के एक भाग के रूप में हुआ था। | *इसका निर्माण 1857 ई. में त्रावणकोर के महाराजा द्वारा बनाए गए संग्रहालय के एक भाग के रूप में हुआ था। | ||
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*रैप्टाइल हाउस में साँपों की अनेक प्रजातियाँ रखी गई हैं। | *रैप्टाइल हाउस में साँपों की अनेक प्रजातियाँ रखी गई हैं। | ||
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12:58, 26 जून 2012 के समय का अवतरण
चिड़ियाघर केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम में पी.एम.जी. जंक्शन के पास स्थित है।
- यह चिड़ियाघर भारत का दूसरा सबसे पुराना चिड़ियाघर है।
- 55 एकड़ में फैला यह जैविक उद्यान वनस्पति उद्यान का हिस्सा है।
- इसका निर्माण 1857 ई. में त्रावणकोर के महाराजा द्वारा बनाए गए संग्रहालय के एक भाग के रूप में हुआ था।
- यहाँ देशी-विदेशी वनस्पति और जंतुओं का संग्रह है।
- यहाँ आने पर ऐसा लगता है जैसे कि शहर के बीचों बीच एक जंगल बसा हो।
- रैप्टाइल हाउस में साँपों की अनेक प्रजातियाँ रखी गई हैं।
- इस चिड़ियाघर में नीलगिरी लंगूर, भारतीय गैंडा, एशियाई शेर और रॉयल बंगाल टाइगर भी आपको दिख जाएंगें।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ देवताओं की नगरी के नाम से मशहूर (हिन्दी) यात्रा सलाह। अभिगमन तिथि: 21 अक्टूबर, 2010।
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