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*[[मुग़ल]] सम्राट [[अकबर]] के समय के चित्र भी इस शैली से प्रभावित है। | *[[मुग़ल]] सम्राट [[अकबर]] के समय के चित्र भी इस शैली से प्रभावित है। | ||
*गुजरात चित्रकला शैली को प्रकाश में लाने का श्रेय डॉ | *गुजरात चित्रकला शैली को प्रकाश में लाने का श्रेय [[डॉ. आनन्द कुमार स्वामी]] ([[1924]]) को जाता है। | ||
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08:23, 18 नवम्बर 2011 के समय का अवतरण
- गुर्जर या गुजरात शैली के नाम से अभिहित की जाने वाली चित्रकला की इस शैली में पर्वत, नदी, सागर, पृथ्वी, अग्रि, बादल, क्षितिज, वृक्ष आदि विशेषरूप से बनाये गये हैं।
- गुजरात चित्रकला शैली के चित्रों की प्राप्ति मारवाड़, अहमदनगर, मालवा, जौनपुर, अवध, पंजाब, नेपाल, उड़ीसा, तक होती है। जिससे सिद्ध होता है कि इसका प्रभाव क्षेत्र काफ़ी विस्तृत था।
- गुजरात चित्रकला शैली से राजपूत चित्रकला शैली का विकास हुआ है। इस शैली में 'राम-माला' के भी चित्रों का चित्रांकन किया गया है।
- मुग़ल सम्राट अकबर के समय के चित्र भी इस शैली से प्रभावित है।
- गुजरात चित्रकला शैली को प्रकाश में लाने का श्रेय डॉ. आनन्द कुमार स्वामी (1924) को जाता है।
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